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Is it Safe For Diabetics To Donate Blood: अधिकतर लोगों को लगता है कि डायबिटीज के मरीजों को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे शुगर की बीमारी दूसरे व्यक्ति में पहुंच सकती है. हालांकि हेल्थ एक्सपर्ट्स इस बात को सिरे से खारिज करते हैं.
Can Diabetes Patient Donate Blood: आज के दौर में करोड़ों की संख्या में लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं. यह ब्लड शुगर से जुड़ी बीमारी है और यह एक बार हो जाए तो इसे इलाज के जरिए पूरी तरह ठीक नहीं किया जा सकता है. शुगर के मरीजों को जिंदगीभर हेल्दी लाइफस्टाइल, अच्छी डाइट और दवाएं लेने की जरूरत पड़ती है, ताकि उनकी जिंदगी नॉर्मल रहे. हालांकि डायबिटीज के मरीज इसे कंट्रोल करके सभी काम कर सकते हैं. अब सवाल है कि क्या डायबिटीज के मरीज ब्लड डोनेट कर सकते हैं? क्या उनका ब्लड दूसरे व्यक्ति के शरीर में जाने पर बीमारी कर सकता है? चलिए सच्चाई जान लेते हैं.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि डायबिटीज खून से फैलने वाली बीमारी नहीं है. डायबिटीज शरीर में इंसुलिन रजिस्टेंस या इंसुलिन न बनने की कंडीशन में हो जाती है. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों ही खून से नहीं फैलती हैं और इनके मरीज कुछ एहतियात के साथ ब्लड डोनेट कर सकते हैं. अगर डायबिटीज के किसी मरीज को हार्ट, किडनी या कोई अन्य गंभीर बीमारी है, तो उस कंडीशन में इन्हें ब्लड डोनेट करने की सलाह नहीं दी जाती है. ऐसा करना खतरनाक हो सकता है.
डॉक्टर के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर कंट्रोल हो और उन्हें कोई अन्य बीमारी न हो, तब उस कंडीशन में वे ब्लड डोनेट कर सकते हैं. हालांकि इससे पहले उन्हें अपनी जांच करानी चाहिए और डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए. अगर डायबिटीज के मरीज का ब्लड किसी दूसरे व्यक्ति पर चढ़ाया जाता है, तो उससे यह बीमारी दूसरे व्यक्ति को नहीं होगी. डायबिटीज खून से नहीं फैलती है और यह लोगों की सिर्फ गलतफहमी है. डायबिटीज के जो मरीज ब्लड डोनेट करना चाहते हैं, वे अपने ब्लड शुगर को कंट्रोल रखें और प्रॉपर डाइट फॉलो करें. साथ ही समय-समय पर डॉक्टर से मिलें.
एक्सपर्ट की मानें तो सबसे पहली बात यह है कि रक्त दान से पहले डायबिटीज को पूरी तरह से कंट्रोल करना जरूरी है. अगर ब्लड शुगर लेवल बहुत ज्यादा हो या बहुत कम है, तो ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. अगर ब्लड शुगर फ्लक्चुएट करता है, तो ब्लड डोनेशन से मरीज को कमजोरी, चक्कर आना या अन्य समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए ब्लड डोनेट करने से पहले ब्लड शुगर की प्रॉपर मॉनिटरिंग करनी चाहिए. शुगर के मरीजों के मामले में ब्लड डोनेशन का निर्णय पूरी तरह से डॉक्टर की सलाह पर आधारित होना चाहिए, ताकि कोई परेशानी पैदा न हो.
January 16, 2025, 09:49 IST