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प्रयागराज में महाकुंभ के शुरू होने से पहले ही यात्रियों की भीड़ दिखाई देने लगी थी. महाकुंभ शुरू होने के बाद यहां हर दिन इतने लोग आ रहे हैं कि अब एयरपोर्ट तक में लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही है.
भारत में वैसे तो ज्यादातर लोग ट्रेवलिंग के लिए बस या ट्रेन का ही सहारा लेते हैं. बात मीडिल क्लास की करें तो जब तक काफी जरुरी ना हो या सस्ती फ्लाइट अवेलेबल ना हो, तो प्लेन से यात्रा नहीं करते. लेकिन प्रयागराज में शुरू हुए महाकुंभ के आस्था में लोग इस कदर डूबे हैं कि उन्हें भारत के किसी भी कोने से प्रयागराज जाने का जो भी साधन मिल रहा है, वो उसी से वहां पहुंच रहे हैं.
इस महाआयोजन की वजह से प्रयागराज में फ्लाइट की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है. यात्रियों के बढ़े प्रेशर की वजह से एयरलाइन कंपनियां भी फ्लाइट की संख्या बढ़ा रही है. आलम ये है कि जिस एयरपोर्ट पर महाकुंभ से पहले लगभग पंद्रह सौ यात्रियों का प्रेशर होता था, वहां इस समय इसकी संख्या 45 हजार तक जा पहुंची है. एयरपोर्ट पर उमड़ रही भीड़ देखकर ऐसा लग रहा है जैसे आप किसी लोकल बस स्टैंड में आ गए हैं.
एयरपोर्ट पर भरे लोग
महाकुंभ शुरू होने वाले दिन प्रयागराज की धरती पर कुल 34 फ्लाइट लैंड किये थे जबकि बुधवार को इसकी संख्या 35 थी. शहर में आने वाली ज्यादातर फ्लाइट्स दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, जयपुर, बेंगलुरु, अहमदाबाद, रायपुर और भुवनेश्वर की है. महाकुंभ की वजह से यात्रियों की बढ़ी संख्या की वजह से एयरपोर्ट पर रात में लैंडिंग की फैसिलिटी भी शुरू कर दी गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक़, 10 जनवरी तक फ्लाइट्स और यात्रियों की संख्या काफी कम थी. लेकिन 13 तारीख के बाद से इसमें जबरदस्त उछाल आया है.
बस-ट्रेन की स्थिति भी एक जैसी
ना सिर्फ एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ बढ़ी है बल्कि बस और ट्रेन की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है. शहर में दौड़ने वाली बसों और दूसरे शहरों से आने वाली ट्रेनों की संख्या में भी जबरदस्त उछाल आया है. महाकुंभ शुरू होने के बाद से हर दिन शहर में करीब साढ़े तीन सौ ट्रेनें आ रही हैं. हर ट्रेन में खचाखच यात्री भरे होते हैं. वहीं बात बसों की करें तो यहां सड़कों पर साढ़े तीन सौ शटल बसें दौड़ रही हैं. इसके अलावा सरकारी बसें अलग है. बता दें कि महाकुंभ को लेकर सरकार बस के यात्रियों से किराया नहीं वसूल रही है.
January 16, 2025, 10:34 IST