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Navratri Kanya Pujan Tips : नवरात्रि की पूजा कन्या पूजन के बाद ही पूरी होती है. इससे मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है. कन्या पूजन के लिए कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए.
कन्या पूजन के दौरान इन बातों का रखें ख्याल
हाइलाइट्स
- कन्या पूजन के लिए बच्चियों की उम्र 1 से 10 साल होनी चाहिए.
- गंदी जगह पर कन्या पूजन नहीं करना चाहिए.
- कन्या पूजन के बाद बच्चियों को खाली हाथ विदा न करें.
वाराणसी. शक्ति उपासना के महापर्व नवरात्रि का आज सातवां दिन है. अब अष्टमी और नवमी तिथि बाकी है. नवरात्रि के अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विधान है. कुछ लोग अष्टमी तो कुछ नवमी तिथि को कन्या पूजन करते हैं. कन्या पूजन को लेकर शास्त्रों में कुछ बातें बताई गई हैं. इन बातों का ख्याल रखना पूजन के समय बेहद जरूरी है. काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय बताते हैं कि नवरात्र की पूजा कन्या पूजन के बिना अधूरी है. इसलिए नवरात्रि में कन्या पूजन जरूरी है. इससे मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है. कन्या पूजन के दौरान कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
उम्र का रखें ध्यान
कन्या पूजन के लिए बच्चियों की उम्र एक से 10 साल के बीच रहनी चाहिए. इनकी संख्या भी नौ होनी चाहिए. जिस जगह कन्या पूजन कर रहे हैं, उसे पहले से साफ सुधरा रखना चाहिए. गंदी जगह पर भूलकर भी कन्या पूजन नहीं करना चाहिए. इससे देवी नाराज हो जाती हैं.
खाली हाथ न करें विदा
कन्या पूजन शुद्ध मन से करना चाहिए. इस दौरान क्रोध बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, वरना आपकी पूजा देवी स्वीकार नहीं करेंगी. कन्या पूजन के लिए खुद के शरीर की शुद्धता का भी ख्याल रखना चाहिए. कन्या पूजन के बाद बच्चियों को खाली हाथ घर से विदा नहीं करना चाहिए. विदाई के समय उन्हें गिफ्ट या धन जरूर देना चाहिए.