नागपुर: बाजार में फोल्ड होने वाला हेलमेट आने वाला है। फोल्ड होने के बाद इसका आकार इतना छोटा हो जाएगा कि इसे आराम से बैग में रखा जा सकेगा। इसकी डिजाइन को तैयार किया जा चुका है और इसका अंतरराष्ट्रीय पेटेंट भी हासिल कर लिया गया है। अब इसे आरटीओ की अनुमति के लिए भेजा गया है।
क्या है पूरा मामला?
नागपुर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक फोल्डिंग हेलमेट का स्केच तैयार किया है, जो दो पहिया वाहन चालकों के लिए काफी सुविधाजनक होगा। इस स्केच का पेटेंट भी रिजर्व कर लिया गया है। इसकी रिसर्च नागपुर विश्वविद्यालय के फिजिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर संजय ढोबले और एमएससी की छात्रा अदिती देशमुख ने की है।
दरअसल नागपुर ट्रैफिक पुलिस ने जब ऐलान किया कि पीछे बैठने वाले लोगों के लिए भी हेलमेट अनिवार्य है, इसके बाद नागपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और छात्रा ने यह रिसर्च की। दरअसल उन्होंने ये विचार किया कि डिक्की में दो हेलमेट कैसे रखे जा सकते हैं। इसके बाद उन्हें आईडिया आया कि क्यों न ऐसा प्रयोग किया जाए कि हेलमेट फोल्ड हो जाए और उसे बैग में भी रखा जा सके।
जानने लायक बात ये भी है कि फोल्डिंग हेलमेट की डिजाइन तैयार कर उसकी मजबूती को भी बरकरार रखा जा सकता है। इस फोल्डेड हेलमेट के लिए अंतरराष्ट्रीय पेटेंट भी शोधकर्ताओं ने हासिल कर लिया है।
प्रोफेसर ने क्या बताया?
नागपुर विश्वविद्यालय के फिजिक्स डिपार्टमेंट के प्रोफेसर ने बताया कि सबसे बड़ा सवाल ये था कि जब वाहन खड़ा होता है तो हेलमेट कहां रखा जाए? इस सवाल को लेकर समाधान खोजा गया। यह सुनिश्चित किया गया कि इसके सभी कार्य और क्षमता एक नियमित हेलमेट की तरह ही रहे, इसे नई तकनीकी का उपयोग करके बनाया गया है। इस फोल्डेड हेलमेट की डिजाइन आरटीओ को भेजी गई है और वहां से परमिशन मिलते ही इसे तुरंत बाजार में लाने का प्रयास किया जाएगा।