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भरत श्री राम को अयोध्या लौटाने के लिए विभिन्न तीर्थ स्थलों से पवित्र जल एकत्रित कर चित्रकूट लाए थे. लेकिन जब भगवान श्रीराम ने अयोध्या लौटने से इंकार कर दिया तो भरत जी ने अपने साथ लाए हुए सभी तीर्थों का जल इस कूप में…और पढ़ें
चित्रकूट: मकर संक्रांति का पर्व भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है. खासकर उन स्थानों पर जहां पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है. श्रद्धालु इस दिन तीर्थ स्थलों पर जाकर पवित्र नदियों में स्नान करने के साथ-साथ दान पुण्य करने के लिए पहुंचते हैं, ताकि उनके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास हो, लेकिन इस वर्ष मकर संक्रांति के दिन चित्रकूट का भरतकूप खास चर्चा में है, यहां आज से मेले की शुरुआत हो जाती है और यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान और दान करने के लिए एकत्र होते हैं.
ये है मान्यता
चित्रकूट स्थित भरतकूप का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व बहुत गहरा है. इसके बारे में मान्यता है कि जब भगवान श्रीराम अपने वनवास पर थे, तब उनके भाई भरत उन्हें अयोध्या लौटाने के लिए विभिन्न तीर्थ स्थलों से पवित्र जल एकत्रित कर चित्रकूट लाए थे. लेकिन जब भगवान श्रीराम ने अयोध्या लौटने से इंकार कर दिया, तो भरत जी ने अपने साथ लाए हुए सभी तीर्थों का जल इस कूप में डाल दिया. तभी से यह कूप भरतकूप के नाम से प्रसिद्ध हो गया. मकर संक्रांति के दिन यहां लाखों श्रद्धालु इस पवित्र कूप में स्नान करते हैं और दान पुण्य का कार्य करते हैं.
जल को घर लेकर जाते हैं श्रद्धालु
बता दे कि यहां आए श्रद्धालु अपने घरों में धार्मिक अनुष्ठान के लिए भी इस जल को लेकर जाते हैं. मान्यता है कि इस कूप का जल पीने से शरीर में किसी भी प्रकार के रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं, जिससे लोगों को मानसिक और शारीरिक शांति मिलती है.
श्रद्धालुओं ने दी जानकारी
वही दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि वह लोग मंकर संक्रांति के इस पर्व में भरतकूप आए हुए हैं. आज के दिन लोग इस कूप से उसका जल पीते हैं और अपने साथ ले जाते हैं. माना जाता है कि इस जल से स्नान करने से लोगों के पाप तो धुलते हैं. इसके साथ ही इसको पीने से रोग कष्ट दूर हो जाते हैं. लोग आज भी इसी आस्था को लेकर मकर संक्रांति के दिन लगने वाले मेले में भरतकूप पहुंचते हैं और दान पुण्य करते हैं.
Chitrakoot,Uttar Pradesh
January 14, 2025, 17:38 IST