बलिया: किसान हर समय अपने फसल को लेकर चिंतित रहते हैं कि आखिर कौन सा उपाय अपनाएं की फसल अच्छी हो. ऐसे में फिलहाल किसान मसूर की खेती कर चुके हैं. जी हां! इस समय खेत में मसूर की हरियाली देखते ही बन रही है, लेकिन मसूर में कुछ ऐसे रोग लगते हैं, जो काफी मशहूर है.
मसूर की खेती करने वाले अधिकतर किसान इसको समझ नहीं पाते हैं और अंततः पूरी फसल बर्बाद हो जाती है. इस कारण किसान मायूस हो जाते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तकनीक के बारे में बताएंगे, जिसको अपना कर इस बड़ी समस्या से समाधान पाया जा सकता है.
इस रोग से फसलें हो जाती हैं बर्बाद
मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि इस समय मसूर (दाल) की खेती अब प्रगति पर है. इसके पौधे अब लगभग 3 से 4 इंच के हो चुके हैं. इस फसल में एक ऐसा रोग लगता है, जिसके कारण पूरी फसल बर्बाद हो जाती है. यह उकठा रोग के नाम से चर्चित है. इसके बाद फली में वेधक कीड़े की समस्या आती है.
जानें उकठा रोग से फसल को कैसे बचाएं
इस फसल में सबसे बड़ी परेशानी उकठा रोग है. यह फफूंद और भौतिक कारणों से लगती है. बहुत ज्यादा ठंड या नमी की कमी अगर खेत में हो तो भी उकठा रोग लग सकता है. इसमें किसान खेत की नमी को बनाए रखें. अगर रोग शुरू होने लगे तो बाजार में उपलब्ध हाई स्पेक्ट्रम की फंफूट नाशक दवाओं का इस्तेमाल करें.
उन्होंने बताया कि फली वेधक कीट से बचने के लिए जब फूलों से फल बनने वाले हों तो मार्केट से 2.8 परसेंटेज का डेल्टा मेथ्रीन डेसीस 1 लीटर पानी में 1 ml दवाई का घोल बनाकर छिड़काव कर दें. पूरी फसल बच जाएगी. किसी भी कीड़ा और रोग का असर नहीं पड़ेगा. साथ ही बंपर पैदावार भी होगी.
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FIRST PUBLISHED : January 3, 2025, 12:35 IST