डाला (गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
डाला। बाजार स्थित इंडियन बैंक के सामने लगभग बीस दिनों से अलाव के सहारे जीवन व्यतीत कर रहे अर्धविक्षिप्त युवक को लोगों ने मिलकर उसका बाल ,दाढ़ी बनवाकर नहलाया और कपड़ा पहनाया।इतना करने से ही उसके चेहरे पर निखार आ गई।नगर पंचायत क्षेत्र के बाजार, डाला चढ़ाई, शहिद स्थल आदि स्थानों पर अलग-अलग रूप में लगभग चार से पांच अर्धविक्षिप्त घूम रहे हैं।ऐसे में उनको नगरवासी जंहा तंहा भोजन भी उपलब्ध करा देते हैं।उसी में एक ऐसा अर्धविक्षिप्त युवक जो बीस दिन पूर्व आया और वाराणसी शक्तिनगर मार्ग किनारे इंडियन बैंक के सामने जल रहे अलाव के पास अपना डेरा डाल लिया।जिसे नगरवासी लखराज, सुखराज, राजकुमार जैन, दीपक राय के घर से प्रतिदिन भोजन व नाश्ता मिलता है।शुक्रवार को पान दुकानदार सुरेश जायसवाल, गोलू शर्मा, बुद्धिराम, सेल्फी खान ने मानवता का परिचय देते हुए अर्धविक्षिप्त युवक का दाढ़ी, बाल बनवाकर उसे नहलाया और उसके मटमैले कपड़े को उतारकर साफ सुथरा कपड़ा पहनाया।इतना करने से ही उसका गेट अप बदल गया।सुरेश ने बताया कि उसके कपड़े काफी गंदे हो चुके थे, बाल भी बड़े-बड़े हो गए थे।उसकी भाषा भी समझ में नहीं आती है, उसे भरपेट भोजन मिल जाता है एक नाई के सहयोग से उसके बाल कटवाए उसकी दाढ़ी बनवाई।इतना करने मात्र से उसके चेहरे पर मुस्कान व चमक आ गई।लोगों ने नगर में घूम रहे अर्धविक्षिप्त का जिम्मेदारों से उपचार कराने की मांग की है