बभनी (चन्द्रसेन पांडेय)
बभनी। थाना क्षेत्र के सेन्दुर टिका धाम पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन कथावाचक चन्देश पान्डेय जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन पर्वत लीला का प्रसंग सुनाया।श्रद्धालु पर्वत का उंगली पर उठा लेने का वर्णन सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए।सेन्दुर टिका धाम पर श्रीमद भागवत कथा का आयोजन हो रहा है।गुरुवार को कथा के छठे दिन कथावाचक चन्द्रेश पांडेय जी महाराज ने गोवर्धन लीला का प्रसंग सुनाया तथा आचार्य अनुपम कृष्ण भारतद्वाज पूजन अर्चन कराया।कथावाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं से जहां कंस के भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार किया, वहीं ब्रज के लोगों को आनंद प्रदान किया।प्रसंग में बताया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था।उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी।इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई।प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया।सात दिनों बाद इन्द्र को अपनी भूल का अहसास हुआ।कथा के दौरान संगीत मय भजन से श्रृद्धालु मंत्र मुग्ध हो गये।इस दौरान बाबा कुन्दन दास, सेवाकुंज आश्रम से सह संगठन मंत्री आनंद, बीजपुर प्रभारी निरीक्षक पंकज पांडेय, बभनी थानाध्यक्ष सुरेश चन्द्र द्विवेदी, अनुराग पाठक, राम प्रकाश पांडेय, अमरदेव पाण्डेय, अमित कुमार, विजय कुमार द्विवेदी, सुंदर लाल, प्रभु नारायण, सुशील कुमार, विनोद कुमार, निरंजन कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।