सुल्तानपुर: अगर दिल में हौसला और जुनून हो, तो कोई भी व्यक्ति किसी भी काम को आसानी से कर सकता है. कुछ ऐसा ही उदाहरण पेश किया है सुल्तानपुर की रहने वाली 18 वर्षीय बालिका अंजलि तिवारी ने. जो ताइक्वांडो खेल को अपने करियर के रूप में चुनकर 18 वर्ष की उम्र में ही नेशनल और इंटरनेशनल में गोल्ड मेडल जीत चुकी है. इसके अलावा अंजलि ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में कई पदक जीते हैं. सुल्तानपुर की रहने वाली अंजली तिवारी ने ताइक्वांडो में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेपाल में भी प्रतिभाग कर गोल्ड जीता है.
अब तक मिले इतने मेडल
18 वर्षीय खिलाड़ी अनुश्री ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि ताइक्वांडो में नेशनल में कई बार खेल चुकी हैं. जिसके लिए उन्हें 5 से अधिक गोल्ड मेडल और 15 से अधिक सिल्वर मेडल प्राप्त हो चुका हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने नेपाल में आयोजित ताइक्वांडो प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर सुल्तानपुर जिले का नाम रोशन किया है.
पिता कर रहे देश की सेवा
अंजलि तिवारी सुल्तानपुर स्थित चंदू बिहार की रहने वाली हैं. एक तरफ जहां इनके पिता अयोध्या प्रसाद तिवारी भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर अंजलि अपने पिता को गर्व की अनुभूति करा रही हैं. माता गृहणी हैं, जो अनुश्री को अच्छा खिलाड़ी बनाने के लिए मदद करती हैं. पिता अयोध्या प्रसाद तिवारी का सपना है कि उनकी बेटी सुल्तानपुर जिले की एक अच्छी खिलाड़ी बने और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बनाएं.
इनको मानती हैं अपना आदर्श
लोकेल 18 से बातचीत के दौरान अंजली ने बताया कि वह अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं. इसके साथ ही खेल के प्रति उनकी रुचि बनी रहे तथा वह मोटिवेट होती रहे, इसके लिए उन्होंने अपना आदर्श अपने गुरु प्रणय चंद्र शुक्ला को चुना है.
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FIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 15:23 IST