ओबरा/सोनभद्र. @सौरभ गोस्वामी…..
__तीन दिवसीय आयोजन में निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी संघ भरेगा हुंकार

उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ का 51वां द्विवार्षिक राज्य महासम्मेलन आगामी 6 7 तथा 8 नवंबर को ओबरा में होना है। सम्मेलन में लगभग 34 मुद्दों पर वार्ता प्रमुखता से की जाएगी। वही इस सम्मेलन को लेकर सोमवार की देर शाम संगठन के प्रांतीय कार्यवाहक अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान समय में सरकार ने बिजली के पूरे क्षेत्र का निजीकरण करने का मन बना लिया है।
इसे लेकर देश का किसान तथा राष्ट्रीय स्तर के महासंघ भारतीय मजदूर संघ को छोड़कर सभी लोग एक मंच पर आ चुके हैं। इसे लेकर दिल्ली में दिसंबर महीने में सम्मेलन भी होने वाला है। ऐसी स्थिति में ओबरा में बिजली कर्मचारी संघ का सम्मेलन होना ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। कहा कि निजी क्षेत्र का विरोध जनहित में आवश्यक है। देश का प्रत्येक व्यक्ति यह चाहता है, कि ऊर्जा से संबंधित कोयला,तेल तथा बिजली आदि का निजीकरण नहीं किया जाना चाहिए साथ ही शिक्षा तथा चिकित्सा भी निजी क्षेत्र में नहीं जाना चाहिए। बताया कि इस सम्मेलन में इन मुद्दों के साथ पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाना प्रमुख हैं।
क्योंकि 60 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत होने पर व्यक्ति को पारिवारिक समस्याओं के चलते भी पेंशन की आवश्यकता पड़ती है। वहीं सरकार कहती है की पेंशन से अतिरिक्त भार पड़ रहा है।कहा कि जब हमारे देश में बहुत कम टैक्स आता था तब पेंशन सभी को मिलती थी। वर्तमान समय में देश का खजाना जनता के टैक्स से भरा हुआ है। ऐसी स्थिति में पेंशन नहीं दिया जाना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। कहा कि देश के हर घर को योग्यता अनुसार नौकरी तथा सभी को जीने लायक पेंशन मिलना चाहिए।
बताया कि वर्तमान समय में कुछ उद्योगपति परिवार के लोग पूरी दुनिया पर कब्जा करने में जुटे हुए हैं। वह अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए सरकार की मिली भगत से हर व्यवस्था का निजीकरण करा रहे हैं। हम सभी लोग इसका पुरजोर विरोध करेंगे। इसके साथ संविदा श्रमिकों को नियमित किये जाने सहित कई जनहित तथा संगठन के गंभीर मुद्दों पर चर्चा होगी।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष ज्योति कुमार, शाखा अध्यक्ष अजीत साहू, मंत्री प्रदीप कनौजिया, बनी व्रत बनर्जी, पशुपतिनाथ विश्वकर्मा, शिवम सिंह, विजय साहनी, सोभ नाथ गुप्ता, अंजार खान आदि लोग मौजूद रहे।