ओबरा/सोनभद्र. @सौरभ गोस्वामी…..

ओबरा। स्थानीय गैस गोदाम रोड निवासी सी बी राय के नेतृत्व में रहवासियों ने श्री राम चरितमानस मंदिर, धर्मशाला तथा रामलीला मैदान, मानस भवन आदि सार्वजनिक भूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा किए जाने को लेकर मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री नामित ज्ञापन पत्र एसडीएम ओबरा को सौपा।
पत्र के अनुसार श्री राय ने बताया कि श्री राम मंदिर कॉलोनी में रह रहे एक ही परिवार के लोगों द्वारा कुछ लोगों के साथ मिलकर श्री राम मंदिर प्रांगण, धर्मशाला तथा मानस भवन की सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया हैं। वही विगत 30 वर्षों से दुकानों पर कब्जा करने के साथ वहां से होने वाले लाखों रुपए की आय को प्रतिवर्ष वसूला जा रहा है। उन्होंने बताया कि वहां पर कोई पंजीकृत समिति नहीं है।
आरोप लगाया कि नील कांत तिवारी द्वारा बनाई गई फर्जी प्रबंध समिति चिटफंड द्वारा पंजीकृत समिति नहीं है। बावजूद इसके वसूली की जा रही है।राम मंदिर से होने वाले आय व्यय के लिए कोई बैंक खाता नहीं है। अधिकारियों को गुमराह करने के लिए फर्जी ऑडिट कागजात दिखाया जाता है,जिसकी जांच होने पर गलत पाया गया है। बावजूद इसके अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
नगर के संभ्रांत व्यक्तियों द्वारा इस फर्जी वाड़े के लिए कई शिकायत पत्र एसडीएम ओबरा नपं अधिशासी अधिकारी ओबरा को दिया गया, लेकिन अधिकारियों द्वारा जांचोंपरांत फर्जीवाड़ा की बात सामने आनेपर भी कार्यवाही करने हेतु राजनीतिक पार्टियों के दबाव में आ गए। कहा कि श्री तिवारी न्यायालय में भी जा चुके हैं।
न्यायालय से राहत नहीं मिलने के बाद भी अधिकारी गण अवैध वसूली करने की खुली छूट दे रखे हैं।अधिकारियों द्वारा दबाव वश कोई कार्यवाही नहीं करने से श्री तिवारी द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करके श्री राम मंदिर से जुड़े समस्त व्यवस्थाओं से वसूली कर अपना निजी इस्तेमाल किया जा रहा हैं। इससे सरकार की छवि खराब हो रही है।
मांग किया कि संबंधित प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही की जाए,ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न घट सके। ज्ञापन सौपने में आलोक भाटिया,अनिल सिंह, उमाशंकर सिंह, विशाल गुप्ता, एड.अनिल मिश्रा आदि लोग शामिल रहे।