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गोंडा: डेंगू, मलेरिया या वायरल बुखार जैसी बीमारियों में मरीजों के खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है. प्लेटलेट्स खून को जमाने और शरीर को संक्रमण से बचाने का काम करते हैं. जब इनकी संख्या बहुत कम हो जाती है, तो मरीज को कमजोरी, खून बहने और गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

पपीते की पत्तियों का रस प्लेटलेट्स बढ़ाने का सबसे असरदार उपाय माना जाता है. पत्तियों को पीसकर रस निकाल लें और रोजाना दो से तीन चम्मच पीएं. इससे खून की कमी पूरी होती है और प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि अगर प्लेटलेट्स बहुत तेजी से गिर रहे हों तो तुरंत अस्पताल में इलाज कराना चाहिए. लेकिन शुरुआती स्तर पर कुछ घरेलू नुस्खे बेहद कारगर साबित हो सकते हैं. ये उपाय आसानी से घर में उपलब्ध होते हैं और शरीर को प्राकृतिक तरीके से ताकत देते हैं.

गिलोय और तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं. गिलोय का रस और तुलसी के पत्ते शरीर को ताकत देते हैं और प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं. गिलोय का काढ़ा सुबह-शाम पीना और तुलसी के पत्ते चबाना फायदेमंद होता है.

चुकंदर और अनार का जूस प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है. चुकंदर आयरन से भरपूर होता है और खून की कमी को दूर करता है, जबकि अनार का जूस शरीर को ऊर्जा देता है और खून बनाने की प्रक्रिया को तेज करता है. इनका सेवन सुबह और शाम करना चाहिए.

नारियल पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और प्लेटलेट्स की संख्या बनाए रखने में सहायक होता है.

बकरी के दूध में मौजूद पोषक तत्व शरीर को मजबूती देते हैं. इसे पीने से खून की कमी पूरी होती है और प्लेटलेट्स बढ़ते हैं.

प्लेटलेट्स घटने पर घबराने की जरूरत नहीं है. शुरुआती अवस्था में घरेलू नुस्खे जैसे पपीते की पत्तियों का रस, गिलोय, तुलसी, चुकंदर, अनार, नारियल पानी और बकरी का दूध प्लेटलेट्स बढ़ाने में कारगर साबित हो सकते हैं. सही समय पर इलाज और प्राकृतिक उपाय मिलकर मरीज को जल्द स्वस्थ बना सकते हैं.

डॉक्टरों की चेतावनी: डॉक्टरों का कहना है कि यदि प्लेटलेट्स बहुत ज्यादा गिर जाएं और मरीज को कमजोरी या तेज बुखार जैसी समस्या हो, तो घरेलू नुस्खों पर भरोसा न करें. ऐसे में तुरंत अस्पताल पहुंचना जरूरी है.

