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Bollywood Actor Personal Life: पिता की अहमियत तब समझ में आती है, जब वे हमारे आस-पास नहीं होते. लेकिन मां-बाप की निजी रिश्ते में आई दरार से अक्सर बच्चे का बचपन अधूरा रह जाता है. मशहूर एक्टर की निजी जिंदगी भी इसी…और पढ़ें
एक्टर पिछली बार हॉलीवुड फिल्म ‘मॉन्की मैन’ में नजर आए थे. (फोटो साभार: Instagram@sikandarkher)
हाइलाइट्स
- एक्टर ने निजी जिंदगी पर खुलकर बात की.
- एक्टर मां के तलाक के बाद सौतेले पिता के साथ रहे.
- एक्टर दोनों पिता के साथ बचपन में ज्यादा समय नहीं बिता पाए.
नई दिल्ली: एक्टर पिछली बार हॉलीवुड फिल्म ‘मॉन्की मैन’ और सीरीज ‘सिटाडेल हनी बनी’ में नजर आए थे. वे मशहूर फिल्म स्टार के बेटे हैं और 2008 से फिल्मी दुनिया में एक्टिव हैं. एक्टर की निजी जिंदगी उथल-पुथल से भरी रही. जब मां का पहले पिता से तलाक हो रहा था, तब वे अपने दूसरे पिता अनुपम खेर के साथ रहने लगे थे. बचपन में दो-दो पिता होने के बावजूद उनका ज्यादा साथ नहीं मिला, क्योंकि वे अपने-अपने काम में कुछ ज्यादा ही बिजी थे.
सिकंदर खेर, मशहूर एक्ट्रेस किरण खेर के बेटे हैं. उनके सगे पिता का नाम गौतम बेरी है, लेकिन पहले पिता से मां के तलाक के बाद उनका ज्यादातर बचपन सौतेले पिता अनुपम खेर के साथ रहते हुए बीता. एक्टर से जब एक इंटरव्यू में उनके पिता के बारे में पूछा गया, तो वे बोले कि उनके दो पिता थे, लेकिन दोनों में से कोई उनकी जिंदगी में ज्यादा मौजूद नहीं रहा. उन्होंने अनुपम खेर को ‘फादर ऑफ लाइफ’ बताया, जिनके साथ वे तब से रह रहे हैं, जब मां किरण खेर पहले पिता से अलग हो गई थीं.

(फोटो साभार: Instagram@sikandarkher)
11 साल पहले हुआ था पहले पति का देहांत
यूट्यूब चैनल ‘टैप ए टेल’ से बातचीत में जब सिकंदर खेर से पिता के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने दो पिता होने की बात की. वे बोले, ‘मेरे बायोलॉजिकल पिता रहे और फिर मेरी जिंदगी के पिता आए. गौतम मेरे बायोलॉजिकल पिता थे, जिनका 11 साल पहले देहांत हो गया था. अनुपम पापा हमेशा मेरे पापा बने रहेंगे.’

(फोटो साभार: Instagram@sikandarkher)
बचपन में नहीं मिला पिता का ज्यादा साथ
गौतम बेरी से तलाक के बाद किरण खेर ने 1985 में अनुपम खेर से शादी कर ली थी. अनुपम उभरते हुए एक्टर थे. हर समय काम करते रहते थे, इसलिए सिकंदर को उनके साथ ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं मिला. वे आगे कहते हैं, ‘मेरे दो बाप रहे हैं, लेकिन जिंदगी में ज्यादा शामिल नहीं रहे, क्योंकि दोनों बिजी थे. जब मेरे मम्मी-पापा का तलाक हुआ, तो मैं मां और दूसरे डैड के साथ था, लेकिन मेरे दूसरे पिता उभरते हुए एक्टर थे. उनका करियर आगे बढ़ रहा था, इसलिए ज्यादातर वक्त घर से बाहर रहते थे.’
अनुपम खेर संग केमिस्ट्री पर की बात
जब सिकंदर से पूछा गया कि उन्होंने अनुपम से क्या सीखा, तो वे याद करते हुए बोले कि अनुपम ने उन्हें सिखाया कि हार से कभी घबराना मत, तुम्हारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है. वे कहते थे- भीगा हुआ आदमी बारिश से नहीं डरता. यह अमेजिंग बात मैंने उनसे सीखी है.’ जब उनसे पूछा गया कि वे पिता अनुपम खेर से प्यार कैसे जताते हैं, तो बोले, ‘मुझे नहीं लगता कि हमारी लव लैंग्वेज है. सिर्फ इतनी बात होती है- खेर साहब, कैसा चल रहा है? कुछ खास नहीं. ठीक है, बाय बाय. सिर्फ इतना है. हम एक-दूसरे को स्पेस देते हैं. यह मेरे और उनके बीच प्यार की भाषा है. मुझ लगता है कि यह बहुत जरूरी है, क्योंकि यह भी एक लव लैंग्वेज है. एक-दूसरे को स्पेस देना भी प्रेम को बयां करना है. वे मेरे कान के करीब आकर नहीं बताते कि तुम्हें क्या करना है, क्या नहीं. यह शानदार बात है. यह प्यार की भाषा है.’