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Wheat Harvesting Tips : अप्रैल महीने में गेहूं की कटाई शुरू हो गई है. कई बार किसानों जल्दीबाजी में फसल की कटाई करवा देते हैं ऐसे में एक तो उन्हें मंडी में सही भाव नहीं मिलता दूसरा फसल का उत्पादन प्रभावित होता ह…और पढ़ें
गेहूं
हाइलाइट्स
- गेहूं की फसल में 14-16% नमी होनी चाहिए.
- नमी चेक करने के लिए दाने को दांत से दबाएं.
- ज्यादा नमी से उत्पादन में गिरावट हो सकती है.
शाहजहांपुर : रबी की मुख्य फसल गेहूं की कटाई हो रही है. इस बार मौसम अच्छा रहने की वजह से किसानों को गेहूं की फसल से अच्छा उत्पादन मिल रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि फसल की कटाई करने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. जिससे अच्छी गुणवत्ता की उपज मिले. गुणवत्ता बेहतर होने की वजह से बाजार में भाव भी अच्छा मिलेगा.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ एनपी गुप्ता ने बताया कि यह गेहूं की कटाई करने का सही समय है. गेहूं की फसल पक चुकी है. लेकिन कटाई से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. गेहूं की फसल जब पूरी तरह से पक जाए दाने सख्त हो जाएं तभी फसल को कटवाना चाहिए. गेहूं की नमी किसान स्वयं भी चेक कर सकते हैं.
ऐसे करें गेहूं के दानों को चेक
गेहूं के दानों में अगर नमी रहेगी तो किसानों को बाजार में अच्छा भाव नहीं मिलेगा. क्योंकि अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की उपज को बेचना चाहते हैं तो 14 से 16% तक नमी होनी चाहिए. नमी को चेक करना बेहद आसान है. किसान गेहूं की बाली को तोड़कर हाथ से मसल कर दाने बाहर निकाल लें और दानों को दांत के नीचे दबा कर देखें अगर दाने को दबाने पर टूटने की आवाज आ रही हो तो गेहूं पूरी तरह से पक चुका है अन्यथा की स्थिति में कटाई करने के लिए इंतजार कर लें. पूरी तरह पके हुए गेहूं को लंबे समय तक भंडारित भी किया जा सकता है.
ज्यादा नमी के कारण बर्बाद होगी फसल
वैसे तो किसी भी अनाज में ज्यादा नमी होने पर उसका वजन बढ़ जाता है लेकिन गेहूं की फसल में अगर नमी ज्यादा है तो आपको उत्पादन में गिरावट सकती है. बाली में नमी होने की वजह से हार्वेस्टर से कटाई करते समय लगभग 10% दाने बाली में ही रह जाएंगे. कटाई के बाद यह बाली फसल अवशेष में चली जाएगी. ऐसे में जरूरी है कि जब गेहूं पूरी तरह से पक जाए तभी कटाई करनी चाहिए.