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chitrakoot news today: किसानों को ऐसे ही नहीं अन्नदाता कहा जाता. तमाम हालातों से लड़ते हारते किसान अन्न पैदा कर हमारे पास तक पहुंचाते हैं. उन्हें सूखा से लेकर बाढ़ और अकाल से लेकर आग तक तमाम मुश्किलों का सामना …और पढ़ें
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चित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मानिकपुर तहसील से आग लगने की एक बड़ी घटना सामने आई है. इस घटना ने कई किसानों को बड़ा झटका दे दिया है. गर्मी का सीजन किसानों के लिए बहुत खतरनाक होता है. इस समय आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. इससे उनकी महीनों की मेहनत और धन सब बर्बाद हो जाता है. उनकी मदद के लिए कुछ बड़ी मदद भी नहीं मिलती. इससे उन्हें काफी नुकसान सहना पड़ता है. कई तो कर्ज में दब जाते हैं. चित्रकूट में किसान की तैयार फसल देखते-देखते रखा हो गई.
चित्रकूट के मानिकपुर तहसील के नागर गांव में आज किसानों की आंखों के सामने उनकी फसल नष्ट हो गई और वह कुछ भी नहीं कर पाए. बता दें कि आज नागर गांव में किसान शंकर प्रसाद पांडे पुत्र सीताराम की तीन बीघा गेहूं की फसल देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गई. कटने के लिए तैयार खड़ी उनकी फसल पूरी तरह जलकर खाक हो गई. गांव की एक अन्य किसान सिलता देवी पत्नी रवि करण की एक बीघा गेहूं की फसल भी इस आग में स्वाहा हो गई. किसानों का कहना है की फसल नष्ट हो जाने के बाद अब घर खर्च चलाना मुश्किल हो जाएगा.
पीड़ित किसानों ने लोकल 18 को बताया कि वह अपने खेत में गेहूं की फसल बोए हुए थे और फसल कटकर खेत में रखी हुई थी. दोपहर अज्ञात कारणों के चलते खेत में आग पकड़ ली. आग इतनी विकराल हो गई कि खेत में मौजूद फसल जलकर राख हो गई. उन्होंने बताया कि घटना के समय खेत के आसपास मौजूद लोगों ने आग की लपटें देख शोर मचाया और गांव के अन्य लोगों को बुलाया. ग्रामीणों ने बिना देरी किए पानी डालकर आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
प्रशासन ने मुआवजा
किसानों ने आगे जानकारी दी कि हम लोगों ने फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी थी लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम घटना के करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची तब तक काफी देर हो चुकी थी और आग ने अपना काम कर दिया था. गांव वालों की मांग है कि जिन किसानों की फसलें जलकर नष्ट हुई हैं उन्हें शीघ्र उचित मुआवजा प्रदान किया जाए ताकि उनके घर का भरण पोषण चल सके.