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Chaitra Navratri 2025: माता के भक्तों नवरात्रि के नौ दिन बहुत अधिक महत्व रखते हैं. वहीं माता की कृपा पाने के लिए 9 दिन तक लोग पूरे विधि विधान से व्रत, पूजन करते हैं.
Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि में लहसुन-प्याज खाने से लगता है पाप? जानें 9 दिनों इनसे बने भोजन का किया जाता है त्याग
हाइलाइट्स
- नवरात्रि में लहसुन-प्याज खाना वर्जित है.
- लहसुन-प्याज तामसिक भोजन की श्रेणी में आते हैं.
- नवरात्रि में सात्विक भोजन करने की सलाह दी जाती है.
Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो चुकी है. नवरात्रि के नौ दिन देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का पर्व माना जाता है. जिनमें मां के भक्त उनके निमित्त पूजा-पाठ, व्रत कर माता रानी की भक्ति में लीन रहते हैं. लेकिन आपको बता दें नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा के साथ-साथ व्रत करने के भी कई नियमों का पालन करना आवश्यक है. फिर चाहे वो नियम आपके खान-पान से संबंधित हो या फिर भक्ति आराधना से संबंधित.
हालांकि, कई लोग तो इस दौरान व्रत करते हैं लेकिन जो लोग व्रत नहीं भी रखते उनके मन में यह सवाल रहता है कि क्या नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज खाना पाप माना जाता है और क्यों नवरात्रि में लहसुन-प्याज खाना वर्जित माना जाता है. तो आइए इस बारे में ज्योतिषाचार्य व वास्तु सलाहकार डॉ. अरविंद पचौरी से विस्तार से जानते हैं.
नवरात्रि में जहां कुछ लोग अनाज छोड़कर फलाहार व्रत करते हैं वहीं कुछ लोग व्रत नहीं रखते लेकिन लहसुन-प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन त्याग देते हैं. मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि में इनका सेवन करना अच्छा नहीं माना जाता है. हालांकि लहसुन-प्याज खाना पाप नहीं होता लेकिन इस दौरान क्यों इन्हें खाना वर्जित है, इसका कारण जानते हैं? तो आपको बता दें कि शास्त्रों के अनुसार, भोजन का मनुष्य के मन, मस्तिष्क और आत्मा तीनों पर असर पड़ता है और जिस प्रकार का भोजन मनुष्य करता है उसका आचरण भी उसी के अनुरूप हो जाता है. वहीं लहसुन और प्याज तामसिक प्रवृत्ति वाले भोजन की श्रेणी में आते हैं और तामसिक भोजन जीवन में जड़ता, भ्रम भटकाव, क्रोध, वासना और अहंकार का भाव पैदा करता है.
मां की भक्ति के लिए मन का शुद्ध होना आवश्यक
अगर नवरात्रि में लहसुन प्याज या कोई तामसिक चीजों का सेवन किया जाये तो मन में शुद्धता व इंद्रियों पर काबू नहीं रह पाता, जो कि आपकी भक्ति में बाधा का काम करते हैं. भक्ति में जब बाधा आएंगी तो आपकी पूजा का उचित फल भी आपको नहीं मिल पाएगा. इसलिए ही नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज सहित सभी तामसिक भोजन करने की मनाही होती है.
नवरात्रि में करें कैसा भोजन?
शास्त्रों के अनुसार, व्यक्ति को नवरात्रि में संयम पूर्वक रहना चाहिए और फलाहार करना चाहिए. वहीं जो लोग व्रत नहीं कर रहे हैं उन्हें भी इस दौरान सात्विक भोजन करना चाहिए. जिससे की माता की आराधना व भक्ति के लिए आपका मन शुद्ध व क्रोध रहित रहे व आपके मन में कोई बुरे विचार उत्तपन्न ना हो पाएं.