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देश के युवा एक से बढ़कर एक खोज करने में लगे रहते हैं. इनकी प्रतिभा को निखारने के लिए आए दिन विज्ञान प्रदर्शनी लगती रहती हैं.
पवन चक्की
प्रयागराज: सरकार की ओर से विद्युत ऊर्जा बचाने के लिए तमाम प्रयास किया जा रहे हैं. वहीं देश के कई संस्थानों की ओर से भी लगातार इस पर काम किया जा रहा है आने वाले समय में बिजली की बढ़ती मांग और उसकी आपूर्ति एक बड़ी चुनौती हो सकती है इसी को देखते हुए लगातार इस पर नए-नए प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. इसी क्रम में प्रयागराज नैनी के आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों ने भी एक विशेष प्रोजेक्ट तैयार कर दिया.
हवा से बनेगी बिजली
जिला पंचायत सभागार प्रयागराज में लगे प्रदर्शनी में प्रयागराज नैनी आईटीआई के छात्रों ने एक विशेष प्रोजेक्ट लगाकर लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित कर लिया. लोकल 18 से बात करते हुए आईटीआई के छात्र विशेष कुमार बताते हैं कि उनके द्वारा तैयार प्रोजेक्ट का उपयोग विद्युत ऊर्जा से बचत के लिए किया जा सकता है. पहाड़ी इलाकों में और राजस्थान में पवन ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में कन्वर्ट करने के लिए पवन चक्की का भरपूर प्रयोग किया जाता है लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में भी इसका प्रयोग किया जा सकता है जिसके लिए हवा की स्पीड थोड़ी ठीक होनी चाहिए.
छात्र विशेष कुमार की ओर से तैयार या प्रोजेक्ट सोलर विंड के नाम से बना है.
ऐसे करेगा काम
छात्र विशेष कुमार बताते हैं कि इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में कुल 24 घंटे का समय लगा जिसमें वह टीचर के गाइडलाइन में और अपने साथियों के साथ तैयार किया. इस प्रोजेक्ट में बनने वाली बिजली टरबाइन के माध्यम से ट्रांसफार्मर में जाकर इकट्ठा होती है जहां से स्ट्रीट लाइट और अन्य कामों के लिए भेजा जाता है. इससे न केवल विद्युत ऊर्जा का बचत होगा बल्कि भविष्य में चलकर लोगों के पास एक ऊर्जा उत्पादन का विकल्प भी मौजूद इसका प्रयोग न केवल पहाड़ी इलाकों में बाल किया उत्तर प्रदेश जैसे मैदानी इलाकों में भी हो सकता है जहां पर हवा की स्थिति ठीक होनी चाहिए.