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Symptoms of Kidney Disease: किडनी मानव शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. आजकल की अनहेल्दी खानपान से किडनी डैमेज का जोखिम बढ़ रहा है. कई लोग समय पर समझ ही नहीं पाते कि किडनी खराब होने लगी हैं. आइए जानत…और पढ़ें
Symptoms of Kidney Disease: किडनी मानव शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. बिना किडनी के जीवन संभव नहीं है. दरअसल, हम जो चीजें खाते हैं, वे पेट में पचने के दौरान पोषक तत्वों के साथ तमाम हानिकारक रसायन रिलीज करते हैं. इन जहरीले रसायनों को शरीर से बाहर निकालने का काम किडनी करती है. आम भाषा में कहें तो, किडनी शरीर में फिल्टरेशन का काम करती है. हालांकि, शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को छानकर शरीर के अंदर खून में भी पहुंचाती है.
ऐसे में किडनी का खास ख्याल रखना भी हमारी जिम्मेदारी है. लेकिन, आजकल के अनहेल्दी खानपान इसको नुकसान पहुंचा रहा है. इससे हमारे किडनी पर अधिक दबाव पड़ता है. इस स्थिति में किडनी जहरीले रसायन को पूरी तरह फिल्टर करने में असमर्थ हो जाती है. फिर धीरे-धीरे किडनी डैमेज होने लगती है. लेकिन, आपको बता दें कि, किडनी अचानक खराब नहीं होतीं. इससे पहले शरीर कुछ संकेत देता है. यदि इनको समय रहते पहचान लिया जाए तो परेशानी से बचाव संभव है. अब सवाल है कि आखिर किडनी डैमेज होने के संकेत क्या हैं? किडनी खराब होने पर कौन-कौन सी परेशानियां होने लगती हैं? आइए जानते हैं इस बारे में-
किडनी डैमेज होने के खास संकेत
पैरों में सूजन: क्लीवलैंड क्लिनिक की रिपोर्ट मुताबिक, पैरों में सूजन किडनी खराबी के संकेत हो सकते हैं. दरअसल, किडनी खराब होने पर हीमोग्लोबिन का बैलेंस बिगड़ जाता है जिसका असर पैरों में देखने को मिलता है. इसलिए पैरों में अनावश्यक सूजन को नजरअंदाज न करें.
बार-बार पेशाब: किडनी शरीर के वेस्ट मैटेरियल को पेशाब के रास्ते बाहर निकालती है. इसलिए किडनी खराबी की स्थिति में पेशाब की मात्रा में परिवर्तन होने लगता है. इस स्थिति में पेशाब का रंग और स्मैल भी बदल सकता है. इसके अलावा, बार-बार पेशाब आती है.
भूख पर असर: किडनी में खराबी आने पर जी मितलाने लगता है. दरअसल, पेट का अंदर वेस्ट प्रोडक्ट कई तरह के हानिकारक रसायनों से भरा रहता है. ऐसे में उल्टी भी होने लगती है और भूख कम लगती. यहां तक कि पेट में दर्द भी हो सकता है.
सांस का फूलना: सांस फूलना सिर्फ हार्ट की दिक्कतें नहीं हो सकती. अगर किडनी सही तरीके से वेस्ट मैटेरियल नहीं निकालेगी तो यह लंग्स में भी जा सकती है. जब लंग्स में वेस्ट मैटेरियल जमा होने लगे तो फेफड़े में सूजन होने लगेगी और सांस फूलने लगेगा.
थकान: अत्यधिक थकान भी किडनी डैमेज का संकेत हो सकता है. बता दें कि, किडनी फेल होने से ब्लड में टॉक्सिन एकत्रित होने लगते हैं. इससे साइड इफेक्ट के रूप में थकावट महसूस होती है.
ड्राई स्किन: टॉक्सिन के बिल्ड अप होने से यूरिमिक प्यूराईटिस की स्थिति पैदा होती है. इससे कुछ ऐसे मिनरल ब्लड में एकत्रित हो जाते हैं, जिससे स्किन में खुजली हो सकती है और स्किन ड्राई हो जाती है.
एनीमिया: किडनी फेल होने पर एरीथ्रोप्याइटिन हार्मोन, जो कि रेड ब्लड सेल बनाने के लिए जिम्मेदार होता है, इसकी कमी हो सकती है. इसके कारण एनीमिया होने की आशंका होती है.
सोने में परेशानी: जब किडनी ब्लड को अच्छे से फिल्टर नहीं कर पाती है, तो टॉक्सिन एकत्रित होने लगते हैं. इससे सोने में भी दिक्कत महसूस होती है. इसलिए ऐसी दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें.
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January 25, 2025, 12:08 IST