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Mushroom farming : खाली समय में इसकी खेती कर आप भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
लखीमपुर. ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों की डिमांड हर कहीं देखने को मिल रही है. भारत इसका निर्यातक और उपभोक्ता दोनों है. ऑर्गेनिक चीजें न सिर्फ हेल्थ के लिए लाभकारी हैं, बल्कि इनके उत्पादन में मुनाफा भी खूब है. गांव भी अब ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों के उत्पादन में रुचि दिखाने लगे हैं.
फसलों की बुवाई से लेकर कटाई तक भारतीय खेती में महिला किसानों की बड़ी भूमिका है. इन महिलाएं के लिए ऑर्गेनिक मशरूम की खेती रोजगार का बड़ा जरिया बन सकती है. वे खाली समय में यूपी के लखीमपुर जिले की इन महिलाओं की तरह ऑर्गेनिक मशरूम की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकती हैं.
इन दिनों लखीमपुर जिले में महिलाओं का एक समूह मशरूम की खेती करना सीख रहा है. स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं को मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें. इन महिलाओं को ये ट्रेनिंग कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से दी जा रही है.
10 महिलाओं को ट्रेनिंग
इस स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष बबीता कुशवाहा ने लोकल 18 को बताया कि उनके इस ग्रुप में 10 महिलाएं हैं, जिन्हें मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग दी जा रही है. बबीता के अनुसार, जो मशरूम समूह की महिलाओं की ओर से तैयार किया जाएगा, वो पूरी तरह ऑर्गेनिक होगा.
वहीं, कृषि वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप बिसेन ने बताया कि मशरूम उत्पादन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम सिद्ध होगा. डॉ. प्रदीप समूह की महिलाओं को मशरूम उत्पादन के लिए उपयुक्त स्थान, तापमान, बीज और उसकी बुवाई के बारे में बता रहे हैं.
कैसे करें उत्पादन
बबीता कुशवाहा के अनुसार, पहले हम गेहूं की भूसी उबालकर धूप में सुखाते है. फिर पीवीसी (प्लास्टिक) थैले में डालते हैं. इसमें चार प्रतिशत पानी का अंश दिया जाता है. इसके बाद उसमें मशरूम का बीज डालकर जमीन से एक फीट ऊपर शिकार डालकर ठंड में रखा जाता है. इससे 26 से 30 दिनों के बाद मशरूम तैयार हो जाता है.
Lakhimpur,Kheri,Uttar Pradesh
January 13, 2025, 13:32 IST