Last Updated:
Silent Threat of Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर का विकास शरीर में बहुत धीरे-धीरे होता है. इसमें संकेत का उभरना मुश्किल होता है. लेकिन अगर इन इशारों को पहचान लिए तो जिंदगी को बचाना बहुत आसान हो जाएगा.
हाइलाइट्स
- सर्वाइकल कैंसर में पहचान ही बीमारी से बचने का बेहतर तरीका है.
- हर साल इसकी जांच कराना सबसे कारगर विकल्प है.
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर सब्जी खाने से कैंसर का खतरा कम होता है.
Silent Threat of Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर को साइलेंट किलर ही कहा जाता है. क्योंकि यह शरीर में 5-7 साल पहले से ही पनपता रहता है. चूंकि कैंसर के सेल हमेशा शरीर में मौजूद रहते हैं लेकिन हमारा शरीर उसे नष्ट करते रहता है लेकिन जब शरीर का डिफेंसिव सिस्टम कमजोर होने लगता है तो कैंसर कोशिकाएं धीरे-धीरे वृद्धि करने लगती है. सालों बाद यह कोशिकाओं दूसरी कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में बदल देती है. चूंकि इसकी वृद्धि में बहुत अधिक समय लगता है इसलिए इस दौरान कैंसर का पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है. सर्वाइकल कैंसर में जब अनावश्यक ब्लीडिंग होने लगे, पेट के नीचले हिस्से पेल्विक फ्लोर में दर्द हो या बिना मतलब डिस्चार्ज हो तो यह एडवांस स्टेज में आ जाता है. यानी तब तक सर्वाइकल कैंसर फैल चुका होता है. यही कारण है कि ज्यादातर सर्वाइकल कैंसर में महिलाओं की मौत हो जाती है. ऐसे में अर्ली डिटेक्शन ही सबसे कारगर तरीका है इससे बचने के लिए.
क्या करें कि सर्वाइकल कैंसर से बचे रहें
टीओआई की रिपोर्ट में डॉ. मोनिका बी सूद बताती हैं कि सर्वाइकल कैंसर से बचने का फूलप्रूव तरीका यही है कि आप हर साल एचपीवी टेस्ट और पेप स्मीयर टेस्ट जरूर कराएं. इस टेस्ट में पता चल जाएगा तो कैंसर के फैलने से पहले यह खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही एचपीवी डीएनए टेस्ट से कई तरह के सर्वाइकल कैंसर का पता चलेगा.एचपीवी वायरस कई तरह के होते हैं, इनमें से एचपीवी 16 और एचपीवी 18 सबसे खतरनाक है जो सर्वाइकल कैंसर को बढ़ाता है. अगर इसका पता पहले चल जाएगा तो एक सिंपल प्रक्रिया से कैंसर को शुरू होने से पहले खत्म किया जा सकता है. सबसे अच्छी बात यह है कि यदि आपके शरीर में डिफेंसिव सिस्टम सही से काम कर रहा है तो सर्वाइकल कैंसर होगा भी तो उसे दो साल के अंदर खत्म कर देगा. ऐसे में शरीर के डिफेंसिव सिस्टम को मजबूत करना जरूरी है.
क्या करें कि सर्वाइकल कैंसर हो ही नहीं
जैसे इसकी हर साल जांच कराने से अगर सर्वाइकल कैंसर हुआ भी है तो वह खत्म हो जाएगा, इसी तरह यदि आपके शरीर के डिफेंसिव सिस्टम मजबूत है तो कैंसर होने के बाद भी वह खत्म हो सकता है. डिफेंसिव सिस्टम का मतलब है कि आपके शरीर का इम्यून सिस्टम यदि मजबूत है तो कैंसर को होने ही नहीं देगा. चूंकि कैंसर कोशिकाओं का मूल शरीर में हमेशा मौजूद रहता है और हमारा डिफेंस सिस्टम उसे खत्म करता रहता है. लेकिन जब डिफेंस सिस्टम कमजोर होने लगता है तो कैंसर कोशिकाएं आगे बढ़ जाता है. ऐसे में अगर इसे डिफेंस सिस्टम को मजबूत कर लें तो कैंसर होने का रिस्क बेहद कम हो सकता है. इसके लिए आपको रेगुलर एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट लेनी होगी.
डाइट में क्या लें
डॉ. मोनिका बी सूद के मुताबिक डाइट में उन चीजों को शामिल करें जिनमें एंटीऑक्सीडेंट्स ज्यादा होते हैं. जैसे कि हरी पत्तीदार सब्जी, हल्दी, आंवला, ब्लैकबेरी, जामुन आदि. वहीं क्रुसीफेरस सब्जयां जैसे कि फूलगोभी, बंदगोभी, केल, ब्रोकली आदि से भी कैंसर कोशिका का विकास रूक जाता है. नियमित रूप से ताजे फल और हरी पत्तीदार सब्जियां कैंसर से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. डाइट के साथ-साथ आपको रेगुलर एक्सरसाइज करने की जरूरत होगी. साथ तनाव को दूर करने के लिए समय-समय पर बॉडी की मालिश, आयुर्वेदिक पद्धति पंचकर्म आदि का भी सहारा लेना चाहिए. यानी हर तरह से आपके शरीर में टॉक्सिन को बाहर निकालना है.
January 13, 2025, 15:38 IST