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Makar Sankranti 2025: यूपी के रामपुर में मकर संक्रांति से पहले अलग-अलग डिजाइनों में पतंगों की भरमार है. यहां के पतंगों की देश के साथ ही विदेश में भी मांग है. इस समय जैसे दो कमान वाली प्लेन पतंग, मझोली, टोना, पोना, तुक्कल, गोल…और पढ़ें
रामपुर: मकर संक्रांति से पहले ही यूपी के रामपुर का पतंग बाजार अपनी रौनक बिखेर रहा है. शहर के परकोटे में रंग-बिरंगी पतंगों और सजावट का सामान दुकानों में सज चुका है. इन पतंगों की खूबसूरती और कारीगरी लोगों को आकर्षित कर रही है.
यहां है 100 साल पुरानी बाजार
रामपुर की पतंगों का बाजार न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि देश-विदेश में भी मशहूर है. यहां की पतंगों पर की जाने वाली बारीक कारीगरी इन्हें खास बनाती है. 100 साल पुराने इस बाजार में सूती डोर से लेकर चमकीली पतंगें तक आपको मिल जाएंगी.
पतंगों की विदेश में भी है मांग
इस साल मकर संक्रांति पर राजस्थान, काठमांडू, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, लखनऊ, बनारस, फिरोजाबाद, कानपुर, अमरोहा, मेरठ और सहारनपुर जैसे शहरों में रामपुर की पतंगों की डिमांड अधिक है. यही नहीं यहां की पतंगें इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और आयरलैंड जैसे देशों में भी निर्यात हो रही हैं.
मछली और पक्षियों के आकार की पतंगों की है मांग
बाजार में अलग-अलग डिजाइनों की पतंगें उपलब्ध हैं, जैसे दो कमान वाली प्लेन पतंग, मझोली, टोना, पोना, तुक्कल, गोल तुक्कल, मछली और पक्षियों के आकार की पतंगें उपलब्ध हैं. साथ ही तारे के आकार की और कागज पर पेचवर्क की गई पतंगें भी लोगों को खूब पसंद आ रही हैं.
पतंग के कारीगर ने बताया
रामपुर के पतंग कारीगर फरमान बताते हैं कि इन पतंगों के निर्माण में खटीमा कागज का उपयोग किया जाता है. यहां पतंगों की कीमत 3 रुपए 50 पैसे से लेकर 550 रुपए तक है. यह कीमत डिजाइन और गुणवत्ता के हिसाब से तय किया जाता है.
रामपुर का पतंग बाजार न केवल शहर की पहचान है, बल्कि यह परंपरा, कला और उत्सव का अनूठा मेल भी है. मकर संक्रांति के मौके पर अगर आप पतंगबाजी का आनंद लेना चाहते हैं, तो रामपुर की पतंगें आपके लिए खास हो सकती है.