अयोध्या: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या में प्रतिष्ठा द्वादशी कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘अयोध्या में हर दिन डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु अयोध्या में दर्शन के लिए आ रहे हैं। आज अयोध्या जिस रूप में हम सबके सामने है। आपने देखा होगा, ये अवसर हम सबके लिए किस रूप में आया, किसी से सोचा था अयोध्या के बारे में? आज से पांच साल, दस साल पहले इसी अयोध्या में बिजली तक नहीं मिलती थी। हजारों साल पहले लंका पर विजय प्राप्त करने के लिए बाद भगवान श्री राम अयोध्या विराजे थे और आज हजारों सालों बाद भी अयोध्या में कोई एयरपोर्ट नहीं था, जहां फ्लाइट लैंड कर सके, लेकिन आज अयोध्या के पास खुद का एयरपोर्ट है।’
देश की पहली सोलर सिटी बनी अयोध्या
उन्होंने कहा, ‘आज आप अयोध्या में कहीं भी जाएंगे तो अयोध्या में होने का एहसास होता है। आज अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बन चुकी है। सूर्यवंशियों की अयोध्या सूर्य से चल रही है। ये नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है। लेकिन ये अचानक नहीं हुआ। इसके लिए एक लंबे संंघर्ष को आगे बढ़ाना पड़ा। दर्जनों पीढ़ीयां चली गईं और उनकी कामना यही थी कि अयोध्या में प्रभु श्री राम को विराजमान देख सकें। संकल्प उनका इतना दृढ़ था कि उसे पूरा करने के लिए हम सौभाग्यशाली हैं कि इन तिथियों को देखने का सौभाग्य हमें प्राप्त है।’
आज अयोध्या में त्रेता युग का आभास होता है
सीएम योगी ने कहा, ‘राम काज के इन सभी कार्यों के लिए त्याग और तपस्या पूज्य संतों और राम भक्तों की थी। उन रामभक्तों, कार्यसेवकों, पूज्य संतों, उन सबके हम ऋणी हैं। जो अपने मार्ग से कभी विचलित नहीं हुए। आज जो भी अयोध्या आता है तो कहता है कि अयोध्या तो त्रेता युग का आभास करा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘इस मौके पर मैं यही आह्वान करूंगा कि प्रतिष्ठा द्वादशी हम सभी को राष्ट्रीय एकत्मता को मजबूती प्रदान करने के लिए आह्वान कर रही है और प्रधानमंत्री मोदी जी ने प्राण प्रतिष्ठा के दिन देशवासियों से यही आह्वान किया था कि राम तो हमारे लिए राष्ट्र के प्रतिक हैं। राम हैं तो राष्ट्र है और राष्ट्र है तो राम हैं। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं।’ (इनपुट- अनामिका गौड़)