जयपुर. खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के मसाले काम में लिए जाते हैं. इनमें से एक है तेजपत्ता, जो घर की रसोई में अनिवार्य रूप से पाया जाता है. सब्जी के स्वाद बढ़ाने के अलावा इसमें अनेकों औषधि गुणों भी पाए जाते हैं. स्वाद और खुशबू की वजह से तेज पत्ता रसोई के खाने के स्वाद बढ़ाने में सबसे अधिक उपयोग किया जाता है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण तेजपत्ता किसी दवा से कम नहीं है. यह मसाला पेड़ पत्ती की तरह दिखता है. जो एक आयुर्वेदिक मसाले के तौर पर उपयोग किया जाता है. तेज पत्ता में एंटी ऑक्साइड और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है. इसके पौधा के रोपण में कम रखरखाव व मेहनत की जरूरत होती है.
तेजपत्ता के आयुर्वेदिक गुण
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि तेजपत्ता पाचन तंत्र को मजबूत करता है. इसका सेवन करने से पेट में गैस, अपच, और एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. इसके अलावा तेजपत्ता में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और बुढ़ापे के असर को कम करते हैं. वहीं, तेजपत्ता में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण होते हैं, जो शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. इसका काढ़ा या इसका तेल सर्दी, खांसी, और जुकाम जैसी समस्याओं में फायदेमंद होता है. यह श्वसन तंत्र को साफ करता है और बंद नाक को खोलने में सहायक है.
घर में भी लगा सकते हैं इसका पौधा
तेज पत्ते को गमले व मिट्टी दोनों में आसानी से लगाया जा सकता है. तेजपत्ता के पौधे को लगाने में ज्यादा मेहनत और रखरखाव की जरूरत नहीं होती है. सबसे पहले तेज पत्ता के बीज को पानी में भिगोकर रखें फिर उसे उपजाऊ मिट्टी तैयार करके रोपण कर दें और किसी छायादार चीज से ढक कर अंकुरित पौधे को अच्छी देखभाल से हेल्दी पौधा प्राप्त किया जा सकता है. तेजपत्ता के पौधे को नर्सरी से प्राप्त करके गमले में भी लगाया जा सकता है इसके लिए गमले में उपजाऊ मिट्टी को तैयार करके फिर नर्सरी से लाए पौधे को उपजाऊ मिट्टी में रोपण करने के बाद पर्याप्त मात्रा में पानी देते रहे. तेज पत्ता के पौधे को ऐसी जगह रखें जहां छाया छनकर आती हो ऐसे में पौधा जल्दी ही ग्रोथ करने लगता है.
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FIRST PUBLISHED : November 7, 2024, 16:48 IST