झांसी. दीपावली को लेकर झांसी के बाजार पटाखों की वेरायटी से गुलजार है. ग्रीन फुलझड़ी से लेकर रॉकेट व तेज आवाज वाले बम, चकरघिन्नी भी ग्राहक को लुभा रहे हैं. कारोबारियों को सिर्फ दीपावली में लाखों की बिक्री का अनुमान है. हालांकि, प्रशासन भी अवैध पटाखों की बिक्री को लेकर काफी सख्त है. झांसी में इस बार पटाखों से ज्यादा उसके दाम का शोर सुनाई देगा. झांसी के क्राफ्ट मेला मैदान में लगने वाले पटाखा बाजार का ठेका 26 लाख रुपए से ऊपर का उठा है. झांसी विकास प्राधिकरण द्वारा निकाली गई टेंडर में कई लोगों ने हिस्सा लिया. एक फर्म ने 26 लाख से ऊपर का टेंडर भरकर सबको चौंका दिया था.
झांसी क्राफ्ट मेला मैदान में हर साल पटाखे का बाजार लगाया जाता है. साल दर साल यह बाजार महंगा होता जा रहा है. 3 दिनों तक लगने वाले इस मेले में प्रतिदिन का खर्च लगभग 8 लाख रुपए है. ऐसे में जो दुकानदार इस मेले में दुकान लगाएंगे उन्हें भी ज्यादा किराया देना होगा. इसका सीधा असर पटाखों के दाम पर देखने को मिलेगा. बाजार में सीमित दुकानें लगाने की ही अनुमति मिलती है. ऐसे में पटाखे महंगे बिकने तय है.
लाइसेंस लेने के लगी लाइन
बीते दिनों झांसी के समथर में अवैध पटाखा फैक्ट्री हुए ब्लास्ट की वजह से पटाखा बाजार लगने पर संशय जताया जा रहा था. लेकिन, अब क्राफ्ट मेला मैदान के साथ ही सीपरी बाजार में भी बाजार लगने की अनुमति मिल गई है. क्राफ्ट मेला मैदान में 100 तो सीपरी बाजार में 35 दुकानें लगाने की अनुमति मिली है. पटाखा बाजार के लिए अब लाइसेंस लेने वालों की लाइन लग रही है. तीन दिनों के लिए लाइसेंस मिलना भी एक मुश्किल प्रक्रिया है. इन सबका सीधा असर पटाखा खरीदने वाले ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा.
FIRST PUBLISHED : October 29, 2024, 13:29 IST