सुल्तानपुर: ग्रामीण इलाकों में बहुत से किसान सब्जी की खेती करते हैं, लेकिन अनावश्यक खरपतवार खेतों में उग जाने के कारण सब्जियों के पौधे प्रभावित होते हैं. ऐसे में किसानों को सब्जी की खेती में काफी नुकसान उठाना पड़ता है. इस खरपतवार को रोकने के लिए किसान मल्चिंग पेपर का उपयोग करते हैं. मल्चिंग पेपर इस्तेमाल करने से जिससे किसानों की सब्जी की पैदावार अच्छी होती है और खरपतवार पर काफी रोक लगती है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर मल्चिंग पेपर क्या होता है और यह कहां मिलता है..तो आइए जानते हैं.
इसका क्या है उपयोग
फसल की सुरक्षा के लिए मल्चिंग पेपर एक शानदार तरीका है. क्योंकि यह पेपर खेतों में नमी बनाए रखता है और मिट्टी का कटाव होने से रोकता है. इसके साथ ही खरपतवार को नियंत्रित करता है और फसल में पानी के उपयोग को भी कम कर देता है. मल्चिंग पेपर की मदद से फसल की पैदावार भी बढ़ती है.
इतनी होनी चाहिए चौड़ाई और मोटाई
अगर हम चौड़ाई की बात करें तो 10 से 80 सेमी. की चौड़ाई वाला मल्चिंग पेपर खेती के लिए उपयुक्त माना जाता है. वहीं अगर मोटाई की बात करें तो यह फसल पर निर्भर करता है. क्योंकि यह पेपर सब्जियों और फलों के लिए अलग-अलग तरीके से उपयोग किया जाता है. फलों की खेती के लिए लगभग 20-40 माइक्रोन की प्लास्टिक फिल्म मल्च उपयुक्त होती है. इस पेपर को पौधे के तने के चारों ओर हाथों से लगाया जाता है.
इतनी होती है कीमत
आप भी सब्जियों और फलों की खेती करने की सोच रहे हैं और यह चाहते हैं कि आपके द्वारा लगाए गए पौधे खरपतवार से सुरक्षित रहें तो इसके लिए आपको मल्चिंग पेपर का उपयोग करना चाहिए. एक बंडल मल्चिंग पेपर की कीमत₹2300 होती है. अगर आप एक बीघे में इस पेपर का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो आपको दो बंडल मल्चिंग पेपर खरीदना पड़ेगा. वहीं अगर आप सुल्तानपुर में खेती कर रहे हैं, तो आपको इसके लिए अयोध्या जाना पड़ेगा. हालांकि ऑनलाइन भी यह मंगाया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 09:16 IST