समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव टालने पर इशारों में योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने चुनाव की तुलना जंग से करते हुए कहा कि जिसने जंग टाली, समझो उसने जंग हारी।
यूपी में उपचुनाव की तारीख का ऐलान होते ही वार-पलटवार का दौर भी शुरू हो गया है। चुनाव आयोग ने यूपी की दस में से नौ सीटों पर चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया है। केवल अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चुनाव टाल दिया गया है। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इशारों में योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने चुनाव की तुलना जंग से करते हुए कहा कि जिसने जंग टाली, समझो उसने जंग हारी।
मिल्कीपुर से सपा के विधायक रहे अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के कारण यह सीट रिक्त हुई है। यूपी में इस बार सबसे ज्यादा फोकस अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर ही है। लोकसभा चुनाव में अयोध्या की सीट हारने के बाद से भाजपा की किरकिरी हो रही है। राम मंदिर निर्माण के बाद हुए पहले ही चुनाव में भाजपा की हार ने विपक्ष के हाथ में हमला करने का नया हथियार दे दिया है। यही कारण है कि भाजपा ने अयोध्या की मिल्कीपुर सीट को पूरा जोर लगा दिया है। सीएम योगी लगातार अयोध्या का दौरा कर रहे हैं और कटेहरी के साथ मिल्कीपुर में भाजपा की टीम का नेतृत्व खुद कर रहे हैं।
चुनाव आयोग ने यहां पर चुनाव नहीं कराने के पीछे हाईकोर्ट में दायर एक याचिका को कारण बताया है। यह याचिका भाजपा के पूर्व विधायक गुरु गोरखनाथ की तरफ से दायर की गई है। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद की जीत के बाद गोरखनाथ ने याचिका दायर कर आरोप लगाया कि अवधेश प्रसाद ने नामांकन के साथ जो हलफनामा लगाया है उसके नोटरी का लाइसेंस पहले ही खत्म हो चुका था। ऐसे में नामांकन भी रद होना चाहिए।
कांग्रेस ने भी मिल्कीपुर में चुनाव टालने को भाजपा की हार टालने से जोड़ा है। कहा कि जब भी चुनाव होगा भाजपा यहां से हारेगी। कांग्रेस ने कहा कि हाईकोर्ट की तरफ से इसे लेकर कोई भी आदेश नहीं दिया गया है।