मऊ: मुहम्मदाबाद गोहना रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक छोटी-सी दुकान पर मिलने वाली दूध से बनी बर्फी इन दिनों चर्चा का केंद्र बन गई है. संतोष कुमार द्वारा पारंपरिक तरीके से तैयार की जाने वाली इस बर्फी का स्वाद ऐसा है कि लोग इसे चखने के लिए दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं.
संतोष कुमार ने बताया कि उनकी बर्फी की तैयारी सुबह 9 बजे शुरू होती है, जब वे ताजे और शुद्ध दूध को उबालते हैं. सात घंटे की मेहनत और धैर्य के बाद, शाम 4 बजे तक यह स्वादिष्ट बर्फी तैयार हो जाती है. खास बात यह है कि यह बर्फी पूरी तरह से शुद्ध दूध से बनती है, जिसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं की जाती.
व्रत में भी कर सकते हैं सेवन
इस बर्फी की एक और विशेषता यह है कि इसे व्रत रखने वाले भी निश्चिंत होकर खा सकते हैं. संतोष बताते हैं कि नवरात्रि, सावन और अन्य पवित्र अवसरों पर उनकी बर्फी की मांग काफी बढ़ जाती है, क्योंकि यह न केवल स्वादिष्ट है बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी है.
स्वाद और गुणवत्ता का अनोखा संगम
हर दिन शाम तक तैयार होने वाली इस बर्फी का स्वाद ऐसा है कि ग्राहक बार-बार लौटकर आते हैं. संतोष ने बताया कि उन्होंने बर्फी बनाने का तरीका पूरी तरह पारंपरिक रखा है ताकि इसका असली स्वाद और ताजगी हमेशा बरकरार रहे.
मुहम्मदाबाद गोहना का आकर्षण बनी दुकान
यह दुकान अब सिर्फ एक मिठाई की जगह नहीं, बल्कि मुहम्मदाबाद गोहना स्टेशन के पास का एक खास आकर्षण बन चुकी है. स्थानीय लोग और यात्री, दोनों ही संतोष की बर्फी के दीवाने हैं. स्वाद और गुणवत्ता के इस अनोखे मेल ने इसे पूरे क्षेत्र में खास पहचान दिलाई है.
आएं और चखें शुद्ध दूध से बनी बर्फी
यदि आप मऊ या इसके आसपास के क्षेत्र में हैं, तो इस दुकान पर आकर शुद्ध दूध से बनी बर्फी का स्वाद लेना न भूलें. यह केवल एक मिठाई नहीं, बल्कि संतोष कुमार की मेहनत और परंपरा का प्रतीक है, जो हर किसी के दिल में अपनी जगह बना रही है.
FIRST PUBLISHED : November 25, 2024, 11:13 IST