मुरादाबाद जिले के मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव नाजरपुर के अमरूद के बाग के बीच बनी कोठरी में छिपे प्रेमी युगल ने शनिवार रात जहर खाकर जान देने की कोशिश की। प्रेमी युवक गांव की ही किशोरी को लेकर 30 सितंबर को घर से भाग गया था। करीब 12 दिन तक जगह-जगह छिपते रहने के बाद शनिवार को ही दोनों नाजरपुर पहुंचे थे। भोट थाना पुलिस ने दोनों को दिल्ली रोड पाकबड़ा स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया है।
रामपुर जिले के भोट थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी खेमपाल नाम के युवक का गांव की ही किशोरी से प्रेमप्रसंग चल रहा था। कुछ समय पहले परिवार वालों ने खेमपाल की शादी कहीं और करा दी। हालांकि इसके बाद वह किशोरी के संपर्क में बना रहा। आरोप है कि बीते 30 सितंबर को खेमपाल किशोरी को अपने साथ भगाकर ले गया। जिसके बाद परिवार वालों ने भोट थाने में खेमपाल और उसके परिवार वालों पर बहलाफुसलाकर किशोरी को अगवा करने का केस दर्ज करा दिया। पुलिस दोनों की तलाश में जुटी थी। इस बीच शनिवार को एक व्यक्ति के माध्यम से भोट एसएचओ ज्योति सिंह को सूचना मिली कि खेमपाल नाबालिग लड़की को लेकर मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव नाजरपुर के एक अमरूद के बाग में बनी कोठरी में छिपा है।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही पकड़े जाने के डर से प्रेमी युगल ने जहर खा लिया था। किशोरी के परिजनों और पुलिस ने जब दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। बाद में दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो खेमपाल और किशोरी बेहोशी की हालत में पड़े थे। आनन-फानन में एसओ भोट ज्योति सिंह ने दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए रेफर कराके दिल्ली रोड पाकबड़ा स्थित अस्पताल में भर्ती कराया है।
फिलहाल दोनों का उपचार चल रहा है। खेमपाल ने पुलिस को बताया कि वह गांव की लड़की से बेइंतहा प्यार करता है। लेकिन परिवार वालों ने कहीं और शादी कर दी थी। इसलिए वह किशोरी को लेकर भाग गया था। 12 दिन तक भागकर थक जाने के बाद मूंढापांडे पहुंचा था। वहां पुलिस के आने की सूचना मिली तो दोनों ने यह निर्णय लिया कि साथ जी नहीं सकते लेकिन साथ मर तो सकते हैं। यही सोच कर जहर खा लिया।