सोनभद्र (विकास द्विवेदी)
सोनभद्र। लंबे समय से लंबित मांग पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आज अटेवा संगठन के नेतृत्व में शिक्षक और संगठन के पदाधिकारी सड़क पर उतरे।राबर्ट्सगंज शहर के हाईडिल मैदान से पूरा शहर पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया।इसके पश्चात कलेक्ट्रेट में
जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।इस दौरान सरकार से जल्द ही पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की गई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु के निर्देश पर जिलाध्यक्ष राज मौर्या के नेतृत्व में यह मार्च निकाला गया।प्रदर्शन के दौरान विभिन्न शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी और सदस्य भी उपस्थित रहे।
विरोध प्रदर्शन का समर्थन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अविनाश कुशवाहा ने समर्थन देते हुए पैदल मार्च में कार्यकर्त्ताओं के साथ रहे।इस मौके पर अटेवा महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश प्रभारी रंजना सिंह ने कहा कि आज राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु के नेतृत्व में कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर जिले में यह प्रदर्शन किया जा रहा है। हमारी मांग है कि पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए, जो भ्रान्तियां फैलाई जा रही है, उससे कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है।हम प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से अपील करते है कि कर्मचारियों के हित में पुरानी पेंशन बहाल करें।
प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष संतोष कुमारी ने कहा कि पुरानी पेंशन हमारे बुढ़ापे की लाठी है और इसे हमसे न छीना जाए।यह न सिर्फ अधिकारियों का, बल्कि कर्मचारियों, स्टॉफ नर्स, डॉक्टर, लेखपाल, शिक्षक और सभी का हित है।इस प्रदर्शन में रवि भूषण सिंह, यूटा जिलाध्यक्ष शिवम अग्रवाल, जिलाध्यक्ष योगेश पाण्डेय, सूर्य प्रकाश सिंह, इंदु सिंह, बबिता सिंह, अखिलेश सिंह, बीएन सिंह, अभिषेक मिश्रा, अजय कुशवाहा, रवि प्रकाश सिंह, राम गोपाल यादव, कुंजलता त्रिपाठी, रंजना पाण्डेय, दिव्या राय, प्रतीक्षा सिंह, जागृति गुप्ता, संघमित्रा राय आदि रहे।
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पुरानी पेंशन हो बहाल-लेखपाल संघ
सोनभद्र। लेखपाल संघ अध्यक्ष सुबोध सिंह व राजेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस तरह सरकार को किसान बिल वापस लेना पड़ा था उसी प्रकार एनपीएस और यूपीएस को भी वापस लेना पड़ेगा, क्योंकि कर्मचारियों को पुरानी पेंशन से कम कुछ भी मंजूर नही है।
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सोनभद्र। पुरानी पेंशन बहाली हेतु आयोजित आक्रोश मार्च में जनपद से प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक संघ, यूटा संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, टीएससिटी, महिला शिक्षक संघ, पंचायती राज ग्रामीण सफाई संघ, लेखपाल संघ, नर्सेज संघ, लैब टेक्नीशियन संघ, एनम संघ, उप्र कर्मचारी महासभा, लोक निर्माण विभाग, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ सहित जिले के सभी संगठनों ने प्रतिभाग किया।