मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहराइच में भेड़ियों के भय से मुक्ति दिलाने के अभियान में जुटीं वन विभाग, जिला प्रशासन-पुलिस की टीमें खतरा दूर होने तक यहीं डटी रहेंगी। उन्होंने कहा कि आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, अगर आदमखोर भेड़िए ने हमला किया तो शूटर उसे शूट करने से भी नहीं चूकेंगे, लेकिन पहली प्राथमिकता उसे सुरक्षित पकड़ना है।
मुख्यमंत्री रविवार को भेड़िया प्रभावित बहराइच की महसी तहसील के ग्राम सिसैया चूड़ामणि पहुंचे थे। उन्होंने प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वे किया फिर भेड़िए के हमले में जान गंवाने वाले आठ बच्चों के परिजनों से मुलाकात की। पीड़ितों से उपलब्ध कराई गई मदद के बारे में भी पूछा। सीएम ने घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना। इस दौरान सीएम ने उपस्थित बच्चों को दुलारा-पुचकारा। नाम पूछा और उन्हें चॉकलेट भी दी। सीएम ने बच्चों से उनकी शिक्षा, स्कूल और कक्षा आदि के बारे में भी जानकारी ली। बाद में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि महसी तहसील क्षेत्र में हमलावर पांच भेड़ियों का रेस्क्यू कर लिया गया है। छठवें भेड़िए को पकड़ने का अभियान चल रहा है। पहला प्रयास उसे सुरक्षित पकड़ना होगा, लेकिन हमले की दशा में शूटर उसे शूट करने में पीछे नहीं हटेंगे।
सीएम ने कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष को आपदा घोषित कर दिया गया है, ताकि ऐसे लोगों की मदद करने में किसी प्रकार की देरी न होने पाए। हर पीड़ित को पांच लाख रुपये की मदद दी गई है। भेड़िए के हमले में घायल लोगों को एंटी रैबीज वेनम भी लगाया जा रहा है। सीएम ने सभी से सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदम की जानकारी ली। कहा कि पानी भरने की वजह से वन्यजीव गांवों की ओर रुख करते हैं। सीएम ने लोगों से घर के बाहर खुले स्थान पर न सोने की अपील भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के 20-25 किमी. दायरे में दो महीने में आठ जनहानि हुई। 17 जुलाई को पहली घटना हुई थी, जब भेड़िए ने एक वर्ष के बच्चे को शिकार बना लिया था। फिर यह लगातार चलता रहा। आमजन की सुरक्षा के लिए यहां वन विभाग की 165 लोगों की 25 टीमें तैनात हैं। चार थर्मल ड्रोन लगाए गए हैं। पहली प्राथमिकता भेड़िए को रेस्क्यू करने की है। यदि उसकी हिंसक गतिविधियां बढ़ीं या उसने जनहानि का प्रयास किया तो उसे शूट करने के भी आदेश दिए गए हैं। यह अंतिम विकल्प है, इससे पहले अन्य विकल्पों पर भी कार्य किया जा रहा है।
घरों पर दरवाजों की हो रही व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में अब तक केंद्र व राज्य सरकार ने 56 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराया है। यहां सभी पीड़ितों के पास भी पक्के आवास है। हालांकि कुछ लोगों के घर के बाहर दरवाजे नहीं थे। अन्य मद से दरवाजा लगाने की व्यवस्था की गई। स्वच्छ भारत मिशन में हर परिवार को एक-एक शौचालय दिए गए थे। फिर भी जहां यह व्यवस्था नहीं हो पाई, ऐसे लोगों के लिए अतिरिक्त शौचालय की व्यवस्था की है। प्राथमिकता के आधार पर कैंप लगाकर पात्रों को आवास, शौचालय, आयुष्मान, राशन कार्ड आदि सुविधाओं से आच्छादित कराने का भी निर्देश दिया गया है।
‘ऑपरेशन भेड़िया’ की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने परिजनों से मिलने के बाद ऑपरेशन भेड़िया की समीक्षा भी की। प्रशासन, पुलिस व वन विभाग की ओर से उठाए जा रहे कदमों की बिंदुवार समीक्षा की। डीएम मोनिका रानी ने सीएम को बताया कि सुरक्षा के लिए पीएएसी तैनात की गई है। आवास विहीन परिवारों को स्कूलों में रखा गया है। ग्रामीणों को जागरूक करने का काम चल रहा है। मुख्य वन संरक्षिक रेणु सिंह ने बताया कि तीन सेक्टरों में पूरे क्षेत्र को बांट कर तीन डीएफओ के नेतृत्व में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, वन राज्यमंत्री केपी मलिक, बहराइच सांसद आनंद कुमार गोड़, विधायक सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, अनुपमा जायसवाल, सरोज सोनकर, रामनिवास वर्मा, विधान परिषद सदस्य पद्मसेन चौधरी, प्रज्ञा त्रिपाठी आदि की मौजूदगी रही।