डाला (गुड्डू तिवारी/राकेश अग्रहरि)
डाला। वन विभाग, आई एफ एम व एल्यूमीनियम एसोसिएशन इंडिया के संयुक्त प्रयास से सोमवार की दोपहर डाला के खनन क्षेत्र में बने गड्ढे को 24 करोड रुपये लगभग की लागत में देश के विकास के लिए 5500 वर्ग मीटर पर जंगल समाप्त ना हो जंगल को पुनः बसाए जाने को लेकर अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह समेत अधिकारीयों ने स्थलीय निरिक्षण किया।अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने बताया कि वन विभाग द्वारा हिन्दुस्तान प्रथम नवीन व अभिनव प्रयोग सोनभद्र के डाला खनन क्षेत्र में किया जा रहा है।प्रयोग में खनन के गढ्डे को प्लाईएस, रेड मड व मिट्टी से पाटकर एक जंगल बसाया जाएगा।खदानों को पानी निकालने के बाद पुनः तय खदानों में पानी आ गया है।जो खदानों को पाटने में बाधा आ रही है, लेकिन खदानों को पाटने के लिए पहले यहाँ की स्थानीय मिट्टी, उसके बाद रेड मड और प्लाईएस डालकर खदान को भरा जाएगा।खदानों मिट्टी भरने के बाद उपजाऊ बनाना और पानी के स्तर को मजबूत रखना और साफ स्वच्छ जंगल बसाना एक सार्थक व अनुकरणीय कदम होगा।एल्यूमीनियम एसोसिएशन इंडिया व हिन्डालको प्रेसिडेंट नित्यानंद राय ने बताया कि खनन में हुए गढ्डे को भरकर एक समृद्ध जंगल बनाने के लिए हम लोग प्रयास रत है।जंगल होने से क्षेत्र में स्वच्छ वातावरण होगा।वर्ष 2026 के शुरुआत में यह जंगल बनकर तैयार हो जाएगा।इस दौरान प्रधान मुख्य बन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष उत्तर प्रदेश वन विभाग सुधीर कुमार शर्मा, एडिशनल मुख्य वन सरंक्षक अनुपम गुप्ता, प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव, चीफ मिर्जापुर (सीसीएफ) मनीष मित्तल, डीएफओ ओबरा अनुराग प्रियदर्शी समेत इलाहाबाद व मिर्जापुर जोन के समस्त डीएफओ और हिन्डालको एल्यूमीनियम एसोसिएशन के दर्जनों कर्मी मौजूद रहे।