आदित्य आनंद/गोड्डा. आम जन जीवन में इन दिनों व्यक्ती स्वास्थ संबधी परेशानीयों में पेट की समस्या से अधिक परेशान है. यहां खान पान सही ना होने की वजह से व्यक्ती के पेट के किडनी में पथरी की शिकायत होती है. प्राथमिक लक्षण में इस बीमारी में पेट में दर्द होता है. ज्यादातर लोग पहले या दूसरी बार पेट में दर्द होने पर इस दर्द को नजरअंदाज करते हैं. जिससे पेट के किडनी में मौजूद पथरी का दर्द लोगों को अधिक परेशान करती है. यह बीमारी फास्ट फूड के नयमित खान पान और शरीर में खान पान से उत्सर्जित होने वाले केमिकल के इम्बेलेंस होने पर होता है.
गोड्डा के LNV HOSPITAL के जनरल सर्जन डॉक्टर पंकज कुमार ने कहा कि यह बीमारी खासकर नई उम्र के युवाओं में भी इन दोनों अधिक देखने कोमिल रही है. यहां यह बीमारी खासकर हमारे शरीर में रोजाना खान पान से होने वाले रसायनिक असंतुलन से होता है. हमारे किडनी में केमिकल की पथरी बनाना शुरू करता है. यह पथरी दिन-ब-दिन बढ़ती चली जाती है. इसके प्राथमिक लक्षण में मरीज के पेट में पेशाब रास्ते से दर्द शुरू होता है. पेशाब में जलन होती है. कई मरीजों को इस स्थिती में पेशाब में खून भी आता है.
कुरथी का दाल पीना चाहिए
इस बीमारी की शुरुआती लक्षण में अगर बीमारी को पहचान लिया जाए तो मरीज अधिक पानी पीना शूरू कर दें. मरीज जितनी बार पेशाब करें उनके लिए अच्छा होता है. अधीक पानी पीने से और पेशाब करने से छोटी मोटी पथरी मरीज के पेशाब रास्ते से निकल जाती है. अगर यह बीमारी बड़ी हुई तो इसका इलाज सिर्फ ऑपरेशन से ही हो सकता है. सही समय पर अगर ऑपरेशन भी न कराया गया. मरीज के कडनी में इन्फेक्शन होना शुरू हो जाता है. किडनी में पथरी होने पर शुरुआती लक्षण में कुछ लोग घरेलू उपाय के रूप में कुरथी के दाल का पानी भी पीते है. जो व्यक्ति के पेशाब करने की प्रक्रिया को तेज करता है. छोटी-मोटी पथरी पेशाब के माध्यम से निकल जाती है. लेकिन यह बीमारी बड़ी होने पर इसका इलाज सिर्फ ऑपरेशन ही है.
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FIRST PUBLISHED : April 1, 2024, 19:47 IST
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