हाइलाइट्स
चैत्र कृष्ण अष्टमी तिथि 1 अप्रैल दिन सोमवार को रात 09 बजकर 09 मिनट पर शुरू होगी.
बसोड़ा के दिन पूजा के लिए आपको 12 घंटे 30 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा.
बसोड़ा को शीतला अष्टमी भी कहते हैं. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को बसोड़ा या शीतला अष्टमी मनाते हैं. बसोड़ा के दिन शीतला माता की पूजा करते हैं. इसमें शीतला माता को बासी भोजन का भोग लगाते हैं. शीतला माता के आशीर्वाद से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि बसोड़ा या शीतला अष्टमी किस दिन है? पूजा का मुहूर्त क्या है?
कब है बसोड़ा 2024?
वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 1 अप्रैल दिन सोमवार को रात 09 बजकर 09 मिनट पर शुरू होगी और यह तिथि 2 अप्रैल दिन मंगलवार को रात 08 बजकर 08 मिनट पर खत्म होगी. उदयातिथि के आधार पर बसोड़ा यानी शीतला अष्टमी 2 अप्रैल को है.
बसोड़ा 2024 मुहूर्त
2 अप्रैल को बसोड़ा के दिन पूजा के लिए आपको 12 घंटे 30 मिनट का शुभ समय प्राप्त होगा. उस दिन आप सुबह 06 बजकर 10 मिनट से शाम 06 बजकर 40 मिनट के बीच भी शीतला माता की पूजा कर सकते है.
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परिघ योग और पूर्वाषाढा नक्षत्र में बसोड़ा
पूर्वाषाढा के दिन परिघ और शिव योग बन रहें, इसके अलावा उस दिन पूर्वाषाढा और उत्तराषाढा नक्षत्र है. उस दिन परिघ योग प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 36 मिनट तक है, प्रात:काल से रात 10 बजकर 49 मिनट तक पूर्वाषाढा नक्षत्र है, उसके बाद से उत्तराषाढा नक्षत्र है.
बसोड़ा या शाीतला अष्टमी के फायदे
बसोड़ा के दिन माता शीतला की पूजा करने से खसरा, चेचक, त्वचा संबंधी रोगों का प्रकोप नहीं होता है. उस दिन माता शीतला की आराधना करने से व्यक्ति सुखी रहता है.
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बसोड़ा 2024 शीतला माता की पूजा विधि
बसोड़ा के दिन शीतला माता की पूजा सूर्योदय से पूर्व कर लें तो अच्छा है. सुबह स्नान करने के बाद मंदिर में या फिर घर पर ही शीतला माता की पूजा करें. उनको अक्षत्, फूल, फल, रोली, कुमकुम, जल आदि अर्पित करें. उनको बासी भोजन का भोग लगाएं. उनकी पूजा में आग, दीप, धूप आदि नहीं जलाते हैं.
बसोड़ा वाले दिन घर में चूल्हा नहीं जलाते हैं. शीतला माता को जिन चीजों का भोग लगाते हैं, उसके एक दिन पहले यानी सप्तमी को बना लेते हैं. सप्तमी को गुड़ और चावल से बनी खीर, पूड़ी, पूड़े, मिठाई आदि बनाते हैं. बसोड़ा पर पूजा के बाद घर के मेनेगट पर स्वास्तिक बनाते हैं.
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Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : March 29, 2024, 12:16 IST