विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विढमगंज। थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत घिवही में लगभग 25 वर्ष पुरानी सड़क को काश्तकार द्वारा जेसीबी से खुदाई कर खेत बनाने को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।सूचना पर पहुंची 112 नंबर की पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझा कर मौके पर यथास्थिति बहाल करने के साथ-साथ जमीन से संबंधित कागजात लेकर थाने पर आने की बात कही।विकासखंड दुद्धी के अंतर्गत ग्राम पंचायत घिवही में स्थित रेलवे का सरना पुलिया से लेकर ब्रिजबिहारी यादव के घर तक लगभग 1 किलोमीटर की सड़क 2002 में पुर्व ग्राम प्रधान राम नारायण शर्मा के द्वारा मोरम मिट्टी डलवाकर बनाया गया था।इस रोड से प्रतिदिन सैकड़ो ग्रामीणों का आवागमन रहता है।मौके पर आक्रोशित दर्जनों ग्रामीणों ने कहा कि इस रोड को ईश्वर प्रसाद यादव पुत्र स्वर्गीय भोला यादव, लक्ष्मण यादव पुत्र बचन यादव, अशरफी यादव पुत्र ईश्वर यादव के द्वारा जेसीबी, ट्रैक्टर लगवा कर रोड कटवाकर रोड से सटे अपने जमीन में समाहित कर रहा है, जबकि इस रोड से प्रतिदिन इस इलाके के रहने वाले ग्रामीण अपनी दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु आया जाया करते हैं।रोड को लेकर मौके पर हंगामा होता देख कर ग्रामीणों द्वारा डायल 112 प्रशासन को सेल फोन के माध्यम से सुचना दिया गया।सूचना पाते ही डायल 112 प्रशासन घटनास्थल पहुंचकर लोगों को समझाया बुझाया और दोनों पक्षों को थाने पर अपनी-अपने जमीन संबंधित कागजात लेकर पहुंचने को कहकर चली गई।मामला सुलझता हुआ नहीं देखकर बबलू यादव पुत्र ब्रिज बिहारी यादव ने सेल फोन के माध्यम से विन्ढमगंज भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश केसरी को अवगत कराया, मौके पर पहुंचे राकेश केसरी ने लोगों को समझा बूझकर मामला शांत कराया।एडवोकेट कृपा शंकर कुशवाहा ने कहा कि यह रोड लगभग 20-25 साल पुरानी है और इसमें सभी ग्रामीणों का आवागमन लगा रहता है।बात सिर्फ इतनी है कि यह रोड काश्तकार के जमीन के बीचो-बीच से होकर जा रही है जिसे काश्तकार के द्वारा एक तरफ से रोड बनाए जाने की बात पर सहमत है परंतु ग्रामीण पूर्व की भांति रोड को यथा स्थिति बनाए रखने को एकजुट है।थाना प्रभारी निरीक्षक श्याम बिहारी ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है, मौके पर यथा स्थिति बनाए रखने को कहा गया है तथा रोड व जमीन से संबंधित दस्तावेजों को संबंधित अधिकारियों के द्वारा मौके का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।मौके पर मानदेव यादव, राम जी कुशवाह, अमरेश यादव, विनोद शर्मा, सम्पत पनिका, किशुन गोड, रामविलास पनिका, वासुदेव पनिका, पंकज, सीताराम, मुनेश्वर, सोनी मोती गोड, हीरावती देवी गोड, सुखलाल पनिका, देवदास पनिका, राजकुमार पनिका, उदय रवानी, सीताराम पनिका, गणपत पनिका, ब्रिज किशोर यादव, कमलेश यादव, गिरधारी यादव इत्यादि सैकड़ो लोग ग्रामीण जनता मौजूद रहे।