आज का पंचांग 28 मार्च 2024: आज चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि, स्वाति नक्षत्र, हर्षण योग, विष्टि करण, दक्षिण का दिशाशूल और गुरुवार दिन है. आज 06:56 पीएम के बाद से चतुर्थी तिथि लग जाएगी और चतुर्थी में ही चंद्रमा का उदय होगा. ऐसे में भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी का व्रत आज है. यह चैत्र की संकष्टी चतुर्थी है. इस दिन व्रत रखते हैं और विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा विधि विधान से करते हैं. पूजा के दौरान भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी की व्रत कथा सुनते हैं और गणेश चालीसा पढ़ते हैं. गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मोदक का भोग लगाते हैं और उनको दूर्वा अर्पित करते हैं. दिनभर फलाहार करते हैं और रात में चंद्रोदय होने पर चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं. उसके बाद ही पारण करके व्रत को पूरा करते हैं. बिना चंद्रमा को जल अर्पित किए, यह व्रत पूर्ण नहीं होता है.
आज भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी के अलावा गुरुवार व्रत भी है. जो लोग गुरुवार का व्रत रखते हैं, वे भगवान विष्णु की पूजा करेंगे. भगवान विष्णु को चने की दाल और गुड़ का भोग लगाते हैं. इसके बिना व्रत पूरा नहीं होता है. इस दिन केले के पौधे की भी पूजा करते हैं. उसमें भगवान विष्णु का वास होता है. गुरुवार के दिन किसी गरीब ब्राह्मण को हल्दी, चने की दाल, पीले कपड़े, विष्णु चालीसा, केला, पीतल के बर्तन आदि का दान देना चाहिए. इससे कुंडली का गुरु दोष दूर होता है. गुरु के मजबूत होने से घर में मांगलिक कार्य होते हैं. व्यक्ति को शिक्षा में सफलता मिलती है, करियर में उन्नति होती है. गुरुवार को व्रत रखकर देव गुरु बृहस्पति की पूजा करनी चाहिए. आज के पंचांग से जानते हैं भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी मुहूर्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त, सूर्योदय, सूर्यास्त, राहुकाल, दिशाशूल, भद्रा समय आदि.
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आज का पंचांग, 28 मार्च 2024
आज की तिथि- तृतीया – 06:56 पीएम तक, फिर चतुर्थी तिथि
आज का नक्षत्र- स्वाति – 06:38 पीएम तक, उसके बाद विशाखा
आज का करण- विष्टि – 06:56 पीएम तक, बव – पूर्ण रात्रि तक
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का योग- हर्षण – 11:13 पीएम तक, फिर वज्र
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- तुला
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:15 एएम
सूर्यास्त- 06:37 पीएम
चन्द्रोदय- 09:28 पीएम
चन्द्रास्त- 07:43 एएम, 29 मार्च
अभिजीत मुहूर्त- 12:01 पीएम से 12:51 पीएम तक
ब्रह्म मुहूर्त- 04:42 एएम से 05:29 एएम तक
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अशुभ समय
राहुकाल – 01:59 पीएम से 03:32 पीएम तक
गुलिक काल – 09:21 एएम से 10:54 एएम तक
दिशाशूल – दक्षिण
भद्रा: 06:15 एएम से 06:56 एएम तक
भद्रा वास पाताल में – 06:56 एएम तक
शिववास
क्रीड़ा में – प्रात:काल से शाम 06:56 पीएम तक, फिर कैलाश पर.
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FIRST PUBLISHED : March 27, 2024, 18:31 IST