विंढमगंज (वीरेंद्र कुमार)
विंढमगंज। विकास खंड दुद्धी के अंतर्गत ग्राम पंचायत धरतीडोलवा में मंगलवार को मनरेगा व प्रधानमंत्री आवास योजना का सोशल ऑडिट करने पहुंचे आडिट टीम को स्थानीय मजदूरों ने मजदूरी का भुगतान समय से नहीं होने के कारण सोशल आडिट का बहिष्कार कर “मनरेगा मजदूरी का भुगतान करो, भुगतान करो” के जोरदार नारे लगाए।सरकार के मंशा के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार परख विकास कार्य को कराए जाने के लिए जहां अथक प्रयास व रोजगार का पिटारा खोला जा रहा है वही मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों का भुगतान समय से नहीं होने के कारण मनरेगा का कार्य शिथिल पड़ता जा रहा है।वही एक वर्ष पूर्ण होने पर मनरेगा व प्रधानमंत्री आवास योजना का सोशल ऑडिट शासन के द्वारा कराया जाना भी सुनिश्चित किया गया है।इसी क्रम में ग्राम पंचायत धरतीडोलवा में सन 2023-24 अप्रैल से सितंबर तक का सोशल ऑडिट करने पहुंची टीम में बीआरपी रामजन्म बभनी ब्लाक, सोशल ऑडिट टीम में राजकुमार गुप्ता, पांचू राम, मुनीर अहमद, सीता देवी के द्वारा ग्राम प्रधान सुरेंद्र पासवान की मौजूदगी में ऑडिट कराया जाना प्रारंभ ही हुआ था कि मौके पर मौजूद मजदूरों ने ऑडिट का बहिष्कार करना शुरू कर दिया।इस मौके पर मजदूर सियाराम पासवान ने कहा कि हम मजदूर से ग्राम प्रधान के द्वारा गांव में मजदूरी तो करा लिया जाता है परंतु मजदूरी करने के बाद पैसे का भुगतान तीन-चार महीने तक नहीं मिलता है। कभी पैसा खाते में आता भी है तो 4 महीने काम करने के एवज में एक सप्ताह का पैसा आता है तो हम गरीब मजदूर क्यों प्रधान के द्वारा कराई जा रहे विकास कार्यों में काम करें, हम मजदूर सरकारी काम में काम नहीं करके स्थानीय स्तर पर दूसरे लोगों का काम करते हैं तो सप्ताह में पूरा भुगतान पाते हैं।अभी हमारा लगभग 42 दिन का भुगतान खुद फंसा हुआ है।कौशल्या देवी ने कहा कि हम गरीब मजदूर हैं, काम करेंगे तभी अपने बच्चों का जिवकोपार्जन कर पाते हैं। काम करने के बाद जब पैसा तीन-तीन चार-चार महीने के बाद मिलेगा तो हम अपने बच्चों का कैसे पालन करेंगे, इसलिए हम लोगों का जब तक मजदूरी का भुगतान नहीं होगा तब तक ऑडिट में शामिल नहीं होंगे और काम भी नहीं करेंगे।शंभू पासवान ने कहा कि प्रधान झूठ बोलकर काम तो करा लेता है कि जल्दी पैसा भुगतान कर देंगे परंतु काम करने के बाद मजदूरी का भुगतान करने के नाम पर ऊपर से आपके खाते में पैसा जल्दी आ जाएगा कह कर टाल देता है और धीरे-धीरे कई महीने बीत जाते है।मजदूर लीलावती देवी, गुड़िया देवी, समुद्री देवी, रीना देवी, राजकुमारी देवी, कुसुम देवी, संजू देवी, राजेंद्र पासवान, मानिकचंद पासवान, श्याम सुंदर पासवान, गणेश पासवान, सुनील पासवान, अरुण पासवान, आलोक पासवान, छोटू लाल ने सोशल ऑडिट करने आई टीम के सामने ही “मनरेगा मजदूरी का भुगतान करो भुगतान करो भुगतान करो” का जोरदार नारे के साथ आक्रोश व्यक्त किया।वही सोशल ऑडिट करने पहुंचे टीम में बीआरपी राम जन्म ने कहा कि हमें सन 23-24 अप्रैल से सितंबर तक का सोशल ऑडिट करने के लिए शासन के द्वारा आदेशित किया गया है।काफी समझाने बुझाने के बाद भी मजदूर ऑडिट में भाग नहीं ले रहे हैं जिसके कारण ऑडिट आज यही स्थगित करना पड़ रहा है।ग्राम प्रधान सुरेंद्र पासवान ने कहा कि जब मनरेगा के मजदूर सोशल ऑडिट में भाग नहीं ले रहे हैं तो हम ऑडिट नहीं करा सकते।मनरेगा के भुगतान की प्रक्रिया सुगम व सरल जब तक नहीं होगी तब तक मनरेगा के तहत विकास कार्यों को करना काफी मुश्किल हो गया है।