रेणुकट (अमिताभ मिश्रा)
रेणुकूट। हिण्डाल्को द्वारा संचालित आदित्य बिड़ला इण्टरमीडिएट कालेज में बुधवार को विज्ञान प्रदर्शनी “सॉयस्टॉर्म” लगाई गई, जिसमें विद्यार्थियों ने स्वनिर्मित मॉडलों का बेहद उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि हिण्डाल्को के सहायक उपाध्यक्ष मानव संसाधन व विद्यालय प्रबन्धक वनिता वासनिक, विशिष्ट अतिथि राजकीय इण्टर कॉलेज पिपरी के रसायन विज्ञान के प्रवक्ता अजय कुमार सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य दयानन्द शुक्ल व उपप्रधानाचार्य विजय भागवत पाटिल ने वरिष्ठ शिक्षकों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया।छात्राओं ने संगीत शिक्षिका ज्योति मिश्रा द्वारा संगीतबद्ध स्वागत गीत प्रस्तुत किया।प्रदर्शनी में कक्षा 6 से 12 तक के लगभग 150 विद्यार्थियों ने विभिन्न वैज्ञानिक मॉडलों को प्रदर्शित किया।प्रदर्शनी में कक्षा 11 के छात्र करन कन्नौजिया द्वारा निर्मित “रोबोट” को प्रथम, कक्षा 12 की छात्रा कशिश सिंह के मॉडल “हीमोडाइलेसिस” को द्वितीय तथा कक्षा 9 की छात्रा दृष्टि सिंह द्वारा निर्मित “बायोप्लास्टिक” के मॉडल को तृतीय स्थान मिला।शिक्षिका देव ज्योति चौधरी ने प्रदर्शनी को संचालित करते हुए सभी मॉडलों की विस्तार से व्याख्या की।इस अवसर पर मुख्य अतिथि वनिता वासनिक ने वर्तमान परिवेश में विज्ञान व तकनीकी की भूमिका बतलाते हुए सभी प्रतिभागियों की प्रशंसा की और कहा कि आज का जीवन विज्ञान व तकनीक के बिना संभव ही नहीं है।विशिष्ट अतिथि अजय कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज हम तकनीकी दौर में हैं क्योंकि विज्ञान और तकनीक ने बहुत कुछ असंभव से संभव बना दिया है।प्रधानाचार्य दयानंद शुक्ल ने वर्तमान समय को तकनीकी का युग बतलाते हुए सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और आगे बड़े स्तर पर उनके मॉडलों का प्रदर्शन हो ऐसा प्रयास करने के लिए प्रेरित किया।उपप्रधानाचार्य विजय भागवत पाटिल ने वर्तमान में विज्ञान व तकनीकी की आवश्यकता को स्पष्ट करते हुए प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि अभी भी विभिन्न क्षेत्रों में शोध अनवरत जारी हैं और हम चाहते हैं कि आप उन शोधों का हिस्सा बनें।विशिष्ट अतिथि अजय कुमार सिंह, विद्यालय के उपप्रधानाचार्य विजय भागवत पाटिल, वरिष्ठ शिक्षक सुनील कुमार तिवारी व वरिष्ठ शिक्षिका सोमा जोशी ने निर्णायक मंडल की भूमिका अदा की।प्रदर्शनी के सफल आयोजन में प्रभारी शिक्षक सुधीर कुमार नायक के साथ समन्वयक ब्रम्हानन्द राम त्रिपाठी, डॉ. प्रियरंजन सिंह व ब्रजेश कुमार शुक्ला, प्रेम कुमार पाण्डेय, सत्येन्द्र सिंह, शशांक शेखर तिवारी, रितेश कुमार यादव आदि के साथ-साथ विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग अत्यन्त सराहनीय रहा।