Benefits Of Rudraksh Water : अक्सर हम जीवन में ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हैं, जहां हर रास्ता बंद नजर आता है. प्रयासों के बावजूद सफलता हाथ नहीं लगती, मानसिक शांति भंग हो जाती है और नकारात्मकता जीवन पर हावी होने लगती है. ऐसे समय में ज्योतिष और आध्यात्मिक उपाय सहायक सिद्ध हो सकते हैं. भगवान शिव के प्रिय रुद्राक्ष का उपयोग केवल धारण करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे विशेष विधि से जल में डालकर पीना भी लाभकारी माना जाता है. आज हम जानेंगे भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से कि रुद्राक्ष जल का सेवन कैसे किया जाए और यह किन समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है.
रुद्राक्ष का महत्व
रुद्राक्ष एक पवित्र और ऊर्जावान प्राकृतिक तत्व है, जिसे भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है. यह एक विशेष प्रकार के वृक्ष के फल से प्राप्त होता है और अलग-अलग मुखों में पाया जाता है. प्रत्येक मुखी रुद्राक्ष की अपनी ऊर्जा और विशेषता होती है.
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रुद्राक्ष पहनने से मानसिक शांति, आत्मविश्वास, एकाग्रता और सकारात्मकता बढ़ती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका जल पीने से भी कई लाभ होते हैं? विशेष रूप से 4 और 6 मुखी रुद्राक्ष का जल ग्रहण करना स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए अत्यधिक लाभदायक माना जाता है.
किन समस्याओं में लाभकारी है रुद्राक्ष जल?
1. मानसिक तनाव और चिंता में राहत – अगर आप लगातार तनाव या चिंता में रहते हैं, तो रुद्राक्ष जल का नियमित सेवन मन को शांत करने में मदद करता है.
2. बुद्धि और तर्कशक्ति में वृद्धि – 4 मुखी रुद्राक्ष जल पीने से स्मरण शक्ति तेज होती है और निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होती है.
3. नकारात्मक ऊर्जा से बचाव – यह जल पीने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आत्मबल बढ़ता है.
4. स्वास्थ्य में सुधार – अगर कोई लंबे समय से बीमार है और उपचार का अपेक्षित परिणाम नहीं मिल रहा, तो रुद्राक्ष जल से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है.
5. कार्य में सफलता – अगर किसी कार्य में सफलता नहीं मिल रही या बार-बार बाधाएं आ रही हैं, तो रुद्राक्ष जल पीने से सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना बढ़ जाती है.
6. दुष्प्रभावित व्यक्ति के सुधार के लिए – अगर कोई व्यक्ति बुरी संगत में पड़ गया हो, गलत आदतों का शिकार हो रहा हो या नकारात्मक व्यवहार कर रहा हो, तो उसे यह जल देने से सुधार संभव है.
रुद्राक्ष जल बनाने की विधि
1. एक तांबे के पात्र में पानी भरें.
2. इसमें 4 या 6 मुखी रुद्राक्ष डालें.
3. रातभर इसे ऐसे ही छोड़ दें.
4. सुबह जल को छानकर ग्रहण करें.
5. इस जल को पीने से पहले ‘ॐ ह्रीं नमः’ या ‘ॐ ह्रीं हं नमः’ मंत्र का जाप करें.
6. जल ग्रहण करने का सबसे उपयुक्त समय सुबह स्नान के बाद है.
7. रविवार को इस जल का सेवन करने से बचें.
8. ध्यान रखें कि रुद्राक्ष असली हो, वरना लाभ की बजाय हानि हो सकती है.
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रुद्राक्ष जल से संबंधित महत्वपूर्ण बातें
– जरूरत से ज्यादा न पिएं – यह जल बहुत ऊर्जावान होता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा (1 चम्मच) में ही ग्रहण करें.
– सोमवार को विशेष रूप से सेवन करें – यह दिन भगवान शिव का होता है, इसलिए इस दिन यह जल पीना अत्यधिक लाभकारी होता है.
– अन्य धार्मिक क्रियाओं के साथ इसे अपनाएं – अगर आप नियमित रूप से शिव की पूजा करते हैं, तो इस जल का प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है.
– रुद्राक्ष की शुद्धता का ध्यान रखें – असली और पवित्र रुद्राक्ष का ही उपयोग करें, अन्यथा लाभ नहीं मिलेगा.