Navratri 2025 : हर व्यक्ति के जीवन में कुछ ना कुछ समस्याएं लगी रहती हैं. किसी घर में बीमा यहां अपना घर बना लेती हैं तो किसी व्यक्ति को उसके शत्रु परेशान करते रहते हैं. अक्सर ऐसा भी सुनने को मिलता है कि व्यक्ति का भाग्य उसका साथ नहीं दे रहा है. उसके सौभाग्य में कमी आती रहती है. कभी-कभी हर प्रकार के कार्यों में वाधा उत्पन्न हो जाती हैं. ऐसी हर समस्या के लिए चैत्र नवरात्रि में सूर्यास्त के पश्चात मध्य रात्रि में आप निम्न मित्रों से स्वयं घर पर हवन कर सकते हैं.नवरात्रि में हवन करना बहुत शुभ माना जाता है, खासकर नवमी के दिन, क्योंकि इससे माता दुर्गा प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इससे आपकी सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी.
सिद्ध मंत्र : इस मंत्र से घर में बैठ कर हवन करने से सभी शत्रुओं का नाश हो जाता है.
मंत्र – रक्त बीज वधे देवि चण्ड मुण्ड विनाशिनि।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
सौभाग्य मंत्र : इस मंत्र से घर में हवन करने से जातक के सौभाग्य में वृद्धि होती है.
मंत्र – वन्दि ताङ्घ्रियुगे देवि सर्वसौभाग्य दायिनि।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।।
वाधा मुक्ति मंत्र : इस मंत्र से घर में हवन करने से व्यक्ति के किसी भी कार्य में बार बार आ रही वाधाओं से मुक्ति मिल जाती है.
मंत्र – शुम्भस्यैव निशुम्भस्य धूम्राक्षस्य च मर्दिनि।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ।।
आरोग्य मंत्र : इस मंत्र से हवन करने से व्यक्ति की किसी भी बीमारी का अंत हो जाता है.
मंत्र – देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम् ।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ।।
कल्याण मंत्र : इस मंत्र से व्यक्ति यदि हवन करता है तो उसको सभी बंधनों से मुक्ति मिल जाती है.
मंत्र – विधेहि देवि कल्याणं विधेहि परमां श्रियम् ।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ।।
विद्या प्राप्ति मंत्र : इस मंत्र से हवन करने पर विद्या की प्राप्ति होती है.संतान की अच्छी शिक्षा के लिये यह हवन करें.
मंत्र – विद्यावन्तं यशस्वन्तं लक्ष्मीवन्तं जनं कुरु ।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि ।।