Agency:News18 Uttar Pradesh
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How does domestic violence affect children’s mental health: घरेलू झगड़ों और माता-पिता के बीच लड़ाई का बच्चों पर गहरा असर पड़ता है. इसका सीधा असर उनके मानसिक विकास पर यानी मेंटल हेल्थ पर पड़ता है.
गोरखपुर: पति-पत्नी के बीच होने वाले झगड़े केवल आपसी संबंधों पर ही नहीं बल्कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डालते हैं. गोरखपुर में नौंवी कक्षा में पढ़ने वाली एक लड़की के साथ हुई घटना ने इसे एक बार फिर से साबित भी कर दिया. माता-पिता के लगातार झगड़ों ने बच्ची को इतना डिस्टर्ब कर दिया कि उसने अपना बिस्तर छोड़कर छत पर सोना शुरू कर दिया. तनाव के कारण उसकी पढ़ाई पर गहरा असर पड़ा और धीरे-धीरे उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी. बच्ची ने खुद को घर के अन्य सदस्यों से अलग कर लिया.
डॉक्टर अमित शाही के अनुसार, किशोरी को ऑब्सेसिव कंपलसिव डिसऑर्डर (OCD) और सायकोसिस की समस्या हो गई. घर के तनावपूर्ण माहौल ने उसकी मानसिक स्थिति को और खराब कर दिया. उसने माता-पिता और भाई से बातचीत बंद कर दी. यहां तक कि उसने खाना और राशन भी अलग रखना शुरू कर दिया.
जिला अस्पताल के मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ रमेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि दो महीने पहले बच्ची की काउंसलिंग शुरू की गई थी. हर 15 दिनों पर काउंसलिंग सत्र किए जा रहे हैं, जिसमें माता-पिता और भाई को भी शामिल किया जा रहा है. इस प्रक्रिया से बच्ची की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. डॉक्टरों के अनुसार, परिवारिक विवादों का असर बच्चों पर कितना गहरा हो सकता है इसे इस मामले से समझा जा सकता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि परिवार के झगड़ों को सुलझाना और बच्चों को तनावपूर्ण माहौल से बचाना अत्यंत आवश्यक है. बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य न केवल उनके वर्तमान जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि उनके भविष्य की नींव भी तैयार करता है. डॉक्टर बताते हैं कि घर मे किसी तरह के कलह से पारिवारिक समस्या तो बढ़ती है. इसके साथ ही मानसिक स्थिति स्थिर नहीं रहती. पारिवारिक विवादों का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है. ऐसी स्थिति में इन कलह को कम करना चहिए.
Gorakhpur,Uttar Pradesh
January 20, 2025, 23:52 IST