दिल्ली एयरपोर्ट के बाद अब भारत के 7 नए एयरपोर्ट पर भी फास्ट इमिग्रेशन सर्विस की शुरुआत हो गई है। ये एयरपोर्ट हैं- मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोचीन और अहमदाबाद एयरपोर्ट। इस सर्विस से यात्रियों को विश्व स्तरीय इमिग्रेशन सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे अंतरराष्ट्रीय यात्रा सहज और सुरक्षित हो जाएगी। पीटीआई की खबर के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ‘फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन-ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम’ (एफटीआई-टीटीपी) प्रोग्राम का उद्घाटन किया। शाह ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आयोजित एक कार्यक्रम में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
पहले चरण में 21 प्रमुख एयरपोर्ट पर होगी शुरुआत
खबर के मुताबिक, शुरुआत में यह सुविधा भारतीय नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों के लिए निःशुल्क शुरू की गई है। पिछले साल जून में इस सर्विस को शुरू करने के बाद से यह पहल वर्तमान में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर चल रही है। अब इसे अहमदाबाद सहित सात दूसरे हवाई अड्डों पर शुरू किया जा रहा है। कुल मिलाकर, सरकार पहले चरण में 21 प्रमुख हवाई अड्डों पर इस कार्यक्रम को शुरू करने की योजना बना रही है।
पैसेंजर्स को क्या करना होगा
एफटीआई-टीटीपी को एक ऑनलाइन पोर्टल ‘https://ftittp.mha.gov.in’ के जरिये लागू किया गया है। इस कार्यक्रम में नामांकन के लिए आवेदकों को अपना डिटेल भरकर और जरूरी डॉक्यूमेंट पोर्टल पर अपलोड करके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पूरा करना होगा। रजिस्टर्ड आवेदकों का बायोमेट्रिक डेटा या तो विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) में या एयरपोर्ट से गुजरते समय लिया जाएगा।
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन सुविधा का इस्तेमाल करते पैसेंजर्स।
रजिस्टर्ड यात्रियों को ई-गेट पर अपने एयरलाइन द्वारा जारी बोर्डिंग पास को स्कैन करना होगा, उसके बाद अपना पासपोर्ट स्कैन करना होगा। आगमन और प्रस्थान दोनों बिंदुओं पर, यात्री के बायोमेट्रिक्स को ई-गेट पर सर्टिफाई किया जाएगा। एक बार यह सर्टिफाइड सफल हो जाने पर, ई-गेट अपने आप खुल जाएगा और इमिग्रेशन मंजूरी मिल गई मानी जाएगी।
एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन को समझ लीजिए
एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन किसी देश में प्रवेश करने वाले लोगों के पासपोर्ट और वीजा की जांच करने की प्रक्रिया है। इसे पासपोर्ट कंट्रोल या बॉर्डर कंट्रोल के तौर पर भी जाना जाता है। जब आप किसी ऐसे देश में पहुंचेंगे जो आपके प्रस्थान देश से भिन्न है तो आपको इमिग्रेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा। इमिग्रेशन अधिकारी आपके पासपोर्ट पर उस तारीख की मुहर लगाएगा जिस दिन आपने अपना देश छोड़ा था।