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Saif Ali Khan Latest Health Update: बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर धारदार चाकू से वार हुआ है. अगर यह चाकू स्पाइन में गहरी तक पहुंच गई होगी तो इससे लकवा भी हो सकता है. सैफ अली खान की इन्जुरी को लेकर हमने सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सैफ अली खान की रीढ़ की हड्डी में चाकू से चोट.
- गंभीर चोट से लकवा और गतिशीलता संबंधी समस्याएx हो सकती हैं.
- समय पर इलाज से पूर्ण स्वास्थ्य लाभ संभव.
Saif Ali Khan Latest Health Update: सैफ अली खान पर धारधार चाकू के हमले से पूरा देश सन्न है. ऐसे में डॉक्टरों ने बताया कि उनके स्पाइन यानी रीढ़ की हड्डी में गहरी जख्म है जिसके कारण उनकी सर्जरी हुई और उसके बाद वे अब आईसीयू में है. उनका इलाज करने वाले लीलावती अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. नितीन डांग ने बताया कि सैफ अली खान की रीढ़ की हड्डी के थोरेसिक वाले भाग में चाकू लगी थी, जहां से बहुत सारे स्पाइनल फ्लूड निकल गया. सबसे पहले चाकू निकाली गई और स्पाइनल फ्लूड को बंद कर दिया गया. इसके बाद सैफ अली खान खतरे से बाहर है. हालांकि सवाल यह है कि स्पाइल कॉर्ड ही वह नस है जो सीधा दिमाग से जुड़ा होता है. और अगर इस नस में डैमेज ज्यादा है तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं. आखिर सैफ अली खान पर कितना बड़ा संकट है, इसी बात को जानने के लिए हमने सर गंगाराम अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अंशु रोहतगी से बात की.
किस स्थिति में मार सकता है लकवा
डॉ. अंशु रोहतगी ने बताया कि स्पाइल कॉर्ड नस ही होती है जो सीधे दिमाग से जुड़ी होती है. स्पाइनल कॉर्ड दिमाग से शरीर के विभिन्न हिस्सों तक संकेतों को पहुंचाता है और फिर वहां के संकेतों को दिमाग तक पहुंचाता है. यह मस्तिष्क और शरीर के बीच एक संचार नेटवर्क के रूप में कार्य करता है. जैसा कि कहा जा रहा है सैफ अली खान के स्पाइन तक चाकू पहुंची है. इस लिहाज से स्पाइनल कॉर्ड डैमेज हुआ होगा पर कितना डैमेज हुआ है, इस बात का पता नहीं है. इसलिए पक्के तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है. लेकिन अगर किसी का स्पाइन कॉर्ड बहुत ज्यादा डैमेज हो गया है तो इससे पैरालिसिस यानी लकवा भी मार सकता है. वहीं दूसरी ओर स्पाइनल कॉर्ड से फ्लूड ज्यादा निकलने से इंफेक्शन का खतरा बना रहता है.
अगर गंभीर चोट होगी तो क्या होगा
डॉ. अंशु रोहतगी ने बताया कि अगर किसी को भी स्पाइनल कॉर्ड में गंभीर चोट लग गई है और डैमेज बहुत ज्यादा हुई है तो इस स्थिति में पैरालिसिस हो सकता है. इसके साथ ही नसों के डैमेज होने से यह पैरों में चलने-फिरने में दिक्कत पैदा करेगा क्योंकि स्पाइनल कॉर्ड दिमाग से संदेशों को शरीर के बाकी हिस्सों में ले जाता है और वहां से संकेतों को दिमाग तक लाता है. अगर डैमेज ज्यादा हो जाता है तो पैरों में सिग्नल कम पहुंचेगा जिससे चलने-फिरने में दिक्कत होगी. इतना ही नहीं, कुछ मामलों में स्टूल, पेशाब और सेंसेशन पर नियंत्रण कम हो जाएगा. ऐसे में ये सारी चीजें इस बात पर निर्भर करती है कि रीढ़ की हड्डी में चोट लगने के कितनी देर बाद इलाज शुरू हो गया है. अगर जल्दी शुरू हो जाता है तो नुकसान कम से कम होता है.
क्या इसका इलाज है
इसका बिल्कुल इलाज है. अगर मामला गंभीर भी है यानी ज्यादा भी डैमेज हो गया है तो सर्जरी से यह ठीक हो जाएगी. इसके बाद अगर बाद में चलने-फिरने में दिक्कत होगी तो इसे थेरेपी से सही कर दिया जाएगा. अगर सैफ अली खान को गंभीर चोट भी लगी है तो कुछ महीनों में वे पूरी तरह ठीक हो सकते हैं.
January 16, 2025, 15:41 IST