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aaj ka panchang 16 january 2025: गुरुवार को माघ कृष्ण तृतीया तिथि, अश्लेषा नक्षत्र, आयुष्मान् योग, वणिज करण, दक्षिण का दिशाशूल और कर्क का चंद्रमा है. गुरुवार के दिन व्रत और पूजा से जल्द विवाह के योग बनते हैं. पंचांग से जानते हैं आज का…और पढ़ें
आज का पंचांग, 16 जनवरी 2025: माघ माह में मात्र तीर्थ स्नान करने से ही भगवान विष्णु प्रसन्न हो जाते हैं. गुरुवार व्रत और विष्णु पूजा से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है. गुरुवार को माघ कृष्ण तृतीया तिथि, अश्लेषा नक्षत्र, आयुष्मान् योग, वणिज करण, दक्षिण का दिशाशूल और कर्क का चंद्रमा है. गुरुवार को माघ माह की तृतीया तिथि है. इस दिन आयुष्मान योग में आप व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करें. श्रीहरि का पंचामृत से स्नान कराएं. उसके बाद उनको पीले वस्त्र, पीले फूल, अक्षत्, धूप, दीप, हल्दी, तुलसी के पत्ते, पंचामृत, चने की दाल, गुड़ आदि अर्पित करें. विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा, गुरुवार व्रत कथा का पाठ करें. उसके बाद विष्णु जी की आरती करें. फिर केले के पौधे की पूजा करते हैं. उसके बाद देव गुरु बृहस्पति की पूजा करें. इससे आपकी कुंडली का गुरु दोष दूर होगा.
गुरुवार के दिन व्रत और पूजा से जल्द विवाह के योग बनते हैं. जिनकी कुंडली में गुरु कमजोर होता है, उसे उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई आती है. गुरु को मजबूत करने के लिए इस दिन हल्दी, केला, गुड़, चने की दाल, पीले वस्त्र, पीतल के बर्तन आदि का दान करें. पुखराज या सोना पहनने से ही गुरु दोष दूर होता है. इस दिन भद्रा भी लग रही है. इसमें कोई शुभ काम नहीं करते हैं. पंचांग से जानते हैं आज का शुभ मुहूर्त, भद्रा समय, राहुकाल, दिशाशूल, चौघड़िया समय, सूर्योदय, चंद्रोदय आदि.
आज का पंचांग, 16 जनवरी 2025
आज की तिथि- तृतीया – 04:06 ए एम, जनवरी 17 तक, फिर चतुर्थी
आज का नक्षत्र- अश्लेषा – 11:16 ए एम तक, उसके बाद मघा
आज का करण- वणिज – 03:39 पी एम तक, विष्टि – 04:06 ए एम, जनवरी 17 तक, फिर बव
आज का योग- आयुष्मान् – 01:06 ए एम, जनवरी 17 तक, उसके बाद सौभाग्य
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- कर्क – 11:16 ए एम तक, उसके बाद सिंह
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 07:15 ए एम
सूर्यास्त- 05:47 पी एम
चन्द्रोदय- 08:12 पी एम
चन्द्रास्त- 09:01 ए एम
आज के मुहूर्त और योग
ब्रह्म मुहूर्त: 05:27 ए एम से 06:21 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 12:10 पी एम से 12:52 पी एम
विजय मुहूर्त: 02:16 पी एम से 02:59 पी एम
अमृत काल: 09:37 ए एम से 11:16 ए एम
दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
शुभ-उत्तम: 07:15 ए एम से 08:34 ए एम
चर-सामान्य: 11:12 ए एम से 12:31 पी एम
लाभ-उन्नति: 12:31 पी एम से 01:50 पी एम
अमृत-सर्वोत्तम: 01:50 पी एम से 03:09 पी एम
शुभ-उत्तम: 04:28 पी एम से 05:47 पी एम
रात का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
अमृत-सर्वोत्तम: 05:47 पी एम से 07:28 पी एम
चर-सामान्य: 07:28 पी एम से 09:09 पी एम
लाभ-उन्नति: 12:31 ए एम से 02:12 ए एम, जनवरी 17
शुभ-उत्तम: 03:53 ए एम से 05:34 ए एम, जनवरी 17
अमृत-सर्वोत्तम: 05:34 ए एम से 07:15 ए एम, जनवरी 17
अशुभ समय
राहुकाल- 01:50 पी एम से 03:09 पी एम
गुलिक काल- 09:53 ए एम से 11:12 ए एम
यमगण्ड- 07:15 ए एम से 08:34 ए एम
दुर्मुहूर्त- 10:46 ए एम से 11:28 ए एम, 02:59 पी एम से 03:41 पी एम
भद्रा- 03:39 पी एम से 04:06 ए एम, जनवरी 17
भद्रा का वास: धरती
दिशाशूल- दक्षिण
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
क्रीड़ा में – 04:06 ए एम, जनवरी 17 तक, फिर कैलाश पर.
January 15, 2025, 19:13 IST