महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना में 2.43 करोड़ से अधिक महिलाओं के खाते में हर महीने डेढ़ हजार रुपये जमा किये जा रहे हैं। इस योजना को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं। इस बीच, महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने योजना पर बड़ा बयान दिया और कहा कि जो लोग योजना के नियमों में फिट नहीं बैठते हैं उन्हें स्वयं अपना नाम वापस ले लेना चाहिए। अन्यथा उनसे जुर्माने के साथ-साथ पैसे की वसूल की जा सकती है। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि भविष्य में लाडली बहना योजना के नियम और सख्त होंगे। वहीं,लाडकी बहीण योजना को लेकर फैल रही अफवाहों पर महाराष्ट्र सरकार ने सफाई दी है और बड़ी बात कही है।
मंत्री ने कह दी बड़ी बात
मंत्री हसन मुश्रीफ ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है और कहा है कि जिन अपात्र महिलाओं ने अब तक इस योजना का लाभ लिया है उनसे पैसा वसूल नहीं किया जाएगा। अमीर घर की जो महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही हैं वह खुद ही अपना नाम पीछे ले लें। इस योजना का अनुचित लाभ लेने वालों के खिलाफ अगर कोई शिकायत आती है तो उसकी जांच की जाएगी।
किसे मिलता है योजना का लाभ
बता दें कि महाराष्ट्र की वो महिलाएं जिनके परिवार की सालाना इनकम 2.5 लाख रुपये से कम है उन्हें 1 जुलाई 2024 से लाडकी बहीण योजना के तहत हर महीने 1500 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही थी वहीं नई सरकार बनने के बाद महाराष्ट्र की इन लाभार्थियों के लिए यह रकम 1500 से बढ़ाकर 2100 रुपये कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना के तहत जुलाई 2024 से 21 से 65 वर्ष की आयु की महिलाओं को इस योजना के तहत 1,500 रुपये दिए जा रहे हैं। इस योजना में जिन महिला के घर में चार पहिया वाहन हो वे इस योजना का लाभ नहीं ले सकतीं और एक घर में दो महिलाएं भी इसका लाभ नहीं उठा सकतीं। केवल इन नियमों पर खरी उतरने वाली महिलाएं ही इस योजना का लाभ उठा सकेंगी। हालांकि, इसके बावजूद कई महिलाओं ने लाडली बहना योजना का लाभ उठाया है, जबकि वे नियमों में फिट नहीं बैठती हैं।