सिरोही : जिले में पत्थर घड़ाई का काम करने वाले एक मजदूर के बेटे ने नेपाल में आयोजित 8वीं इंडो नेपाल स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है. खिलाड़ी के परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है.
9 मिनट 30 सेकंड में 3000 मीटर की दौड़
जिले के पिंडवाड़ा तहसील के जनापुर गांव निवासी अर्जुन मेघवाल ने 8 वी इंडो नेपाल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व कर 3000 मीटर की दौड़ को 9 मिनट 30 सेकंड में खत्म कर गोल्ड मेडल हासिल किया. अर्जुन की इस जीत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, तो परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. घर पर बधाई देने के लिए रिश्तेदारों और दोस्तों की भीड़ उमड़ पड़ी.
पिता पत्थर घड़ाई का करते हैं काम
खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल एक गरीब परिवार से होने के बावजूद परिवार के सपोर्ट और लगातार मेहनत से खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके पिता दरगाराम मेघवाल पिंडवाड़ा में ही पत्थर घड़ाई का काम कर अर्जुन को पढ़ाने के साथ ही परिवार का खर्च उठाते है. अर्जुन ने पिंडवाड़ा के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर लैब टेक्नीशियन का कोर्स कर करियर चुनते हुए खेल में अपना प्रयास जारी रखा. रेवदर के कोच भरत कोली के मार्गदर्शन में अर्जुन खेलकूद प्रतियोगिता में आगे बढ़ा और नेपाल में आठवीं इंडो नेपाल चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 3 किलोमीटर दौड़ में हिस्सा लेकर जीत के साथ प्रथम स्थान हासिल कर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर गांव का नाम रोशन किया है.
ओलंपिक में देश के लिए पदक जीतना है लक्ष्य
खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल के परिजनों ने बताया कि अर्जुन का लक्ष्य एएफआई में खेलकर वर्ष 2028 या 2032 में होने वाले पेरिस ओलंपिक में भाग लेना और देश मेडल हासिल करना लक्ष्य है. अर्जुन अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिदिन 10 से 12 किलोमीटर दौड़ लगाकर नियमित अभ्यास करते है.
FIRST PUBLISHED : January 9, 2025, 23:01 IST