भरतपुर. भरतपुर के प्रसिद्ध फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. वी एन शर्मा ने समाजसेवा का एक अनूठा उदाहरण पेश किया है. उन्होंने बेसहारा जानवरों के लिए काम करने वाली संस्था ट्रीट ऑन स्ट्रीट को आजीवन अपनी परामर्श शुल्क दान करने का संकल्प लिया है.यह संस्था लंबे समय से आर्थिक अभावों का सामना कर रही थी. लेकिन डॉ. वी एन शर्मा की इस पहल से उसे एक नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी. यह कदम न केवल एक इंसानियत भरा कार्य है बल्कि समाज के प्रति उनकी गहरी संवेदनशीलता को भी दर्शाता है.
कोरोना के दौरान भी जारी रखा सेवा कार्य
डॉ.वी एन शर्मा ने लोकल 18 को बताया कि उन्होंने अपने करियर के दौरान लगभग 1000 से अधिक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाए हैं. कोरोना महामारी के दौरान उनकी नि:स्वार्थ सेवाओं ने कई लोगों को राहत पहुंचाई है. इसके लिए उन्हें जिला कलेक्टर द्वारा भी सम्मानित किया गया है. उनके सेवा का दायरा केवल इंसानों तक सीमित नहीं है बल्कि वे बेसहारा और घायल जानवरों की भी देखभाल करते हैं. हर महीने 2 से 3 नि:शुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित करते हैं जहां गरीब और जरूरतमंद लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है.
अपनी समाजसेवा से लोगों को भी कर रहे प्रेरित
विशेष बात यह है कि डॉ. वी एन शर्मा यह सब बिना किसी सरकारी सहायता के करते हैं. उनका मानना है कि समाजसेवा केवल शब्दों या भावनाओं तक सीमित नहीं रहनी चाहिए बल्कि इसे संचालित करना आवश्यक होता है. उनका यह दृष्टिकोण न केवल बेसहारा जानवरों और जरूरतमंदों लोगो के जीवन में बदलाव ला रहा है बल्कि समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित करने का काम कर रहा है.
मानवता और करुणा का एक जीता-जागता उदाहरण
डॉ. वी एन शर्मा की समाजसेवा की भावना ने उन्हें भरतपुर और आसपास के क्षेत्रों में एक आदर्श व्यक्तित्व बना दिया है. उनकी निस्वार्थ सेवाओं और समर्पण ने यह साबित कर दिया है कि जब व्यक्ति समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझता है तो वह अकेले भी बड़ा बदलाव ला सकता है. उनकी यह पहल मानवता और करुणा का एक जीता-जागता उदाहरण है.जिसको भरतपुर के डॉ. वी एन शर्मा पूरा कर रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : December 29, 2024, 21:16 IST