उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हिंसा के बाद पुलिस सुपर एक्शन मोड में है। अब तक हिंसा करने वाले 50 दंगाइयों को पुलिस सलाखों के पीछे भेज चुकी है। साथ ही पुलिस ने अब संभल के अतिसंवेदनशील इलाको में पुलिस चौकी बनाने का काम भी शुरू कर दिया है। शनिवार को जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
सपा सांसद के घर के सामने बनेगी चौकी
वहीं, अब अगली पुलिस चौकी समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क के घर के सामने बनाने की तैयारी की जा रही है। यहां 46 साल बाद बजरंगबली के मंदिर में पूजा पाठ शुरू हुआ है। साथ ही मंदिर से सामने एक कुआं मिला है, जो बर्क के घर से महज 200 मीटर दूर है।
प्रशासन को देना है ये कड़ा मैसेज
ऐसे में प्रशासन ने हालात को देखते हुए, पुलिस चौकी बनाने का फैसला किया है। इस चौकी के बनाने से इलाके में अमन और शांति बहाली में पुलिस को काफी मदद मिलेगी। क्योंकि खग्गू सराय में जहां पुलिस चौकी बनाने जा रही है। वहां 46 साल से बंद बजरंगबली के मंदिर में दोबारा पूजा शुरू हुई है। प्रशासन पुलिस चौकी बनाकर माहौल खराब करने वालों को कड़ा मैसेज देना चाहता है।
बिजली चोरी की घटना पर भी लगाम लगाना
इसके साथ ही प्रशासन का प्रमुख काम इलाके में शांति और अमन बहाल करना है। दूसरा बिजली चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाना है। तीसरा काम सरकारी विभाग के कर्मचारियों को सुरक्षा देना है।
‘सत्यव्रत’ पुलिस चौकी रखा गया नाम
बता दें कि संभल में शाही जामा मस्जिद के सामने शनिवार को सुबह बन रही पुलिस चौकी की नींव रखने के दौरान मंत्रोच्चार हुआ तो शाम को स्थानीय महिलाओं ने वहां दीप जलाकर सब की सुरक्षा की कामना की। यह पुलिस चौकी जामा मस्जिद के सामने स्थित मैदान में बनाई जा रही है। इस पुलिस चौकी का नाम ‘सत्यव्रत पुलिस चौकी’ रखा गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि दावा किया जा रहा है कि सतयुग में संभल को सत्यव्रत नगर के नाम से ही जाना जाता था। प्राचीन पुस्तकों में संभल का उल्लेख सत्यव्रत नगर के नाम से ही मिलता है।
1100 वर्ग गज जमीन पर बन रही पुलिस चौकी
ये पुलिस चौकी संभल के जामा मस्जिद के पास कोटगर्वी मुहल्ले में बनाई जा रही है। पुलिस चौकी का निर्माण 1100 वर्ग गज जमीन पर हो रहा है। संभल के इस मोहल्ले की गिनती अतिसंवदेनशील इलाकों की लिस्ट में होती है। प्रशासन अब यहां पुलिस चौकी बनाकर इलाके को अतिसंवदेनशील की श्रेणी से बाहर लाने की कोशिश में जुट गया है।