पटना: जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के खिलाफ पटना के गांधी मैदान थाने में FIR दर्ज की गई है। उन पर छात्रों को उकसाने और हंगामा करवाने का आरोप है। इसके अलावा जनसुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर भी FIR हुई है। वहीं करीब 20 नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है।
क्या है पूरा मामला?
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के पेपर लीक मामले के बाद आज छात्र पटना के गांधी मैदान में जुटे थे और लगातार प्रदर्शन कर सीएम आवास घेरने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान छात्रों के प्रदर्शन में जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर भी शामिल हुए थे। दरअसल छात्र लगातार सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करने की मांग कर रहे थे। इससे पहले पटना जिला प्रशासन ने आयोग के अधिकारियों से बातचीत की पेशकश की थी, लेकिन इसे छात्रों ने ठुकरा दिया था।
छात्रों पर हल्का लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल
प्रदर्शन पर अड़े छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। इसके बाद भी छात्र नहीं मानें तो उनपर वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे छात्र सीएम आवास की ओर आगे बढ़ रहे थे, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है।
जिलाधिकारी ने दिया आश्वासन
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने शनिवार को कहा कि प्रदर्शनकारियों को बातचीत के लिए अपने पांच प्रतिनिधियों को नामित करना होगा, जिसके बाद बीपीएससी (मुलाकात के लिए) उचित समय के भीतर निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को अपने प्रतिनिधियों (सभी परीक्षार्थी) की सूची देने को कहा है, ताकि हम इस मुद्दे पर बीपीएससी अधिकारियों के साथ उनकी बैठक करवा सकें। उन्होंने कहा कि वे बैठक में आयोग के अधिकारियों को अपनी शिकायतों से अवगत करा सकते हैं। जिला प्रशासन भी प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को आश्वस्त करता है कि आयोग उचित समय के भीतर उचित निर्णय या रुख अपनाएगा। सिंह ने कहा कि आयोग एक स्वतंत्र निकाय है और वह अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है।