ग्रेटर नोएडा: वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे में अहम बदलाव किए गए हैं. पहले योजना थी कि यह एक्सप्रेसवे यमुना एक्सप्रेसवे से 101 किलोमीटर पर शुरू होगा, लेकिन अब इसे 102.1 किलोमीटर से शुरू किया जाएगा, जिससे वृंदावन का सफर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए और अधिक सुगम हो जाएगा. अब यमुना एक्सप्रेसवे से सीधा वृंदावन तक जुड़ाव का रास्ता तैयार होगा, जिससे यात्रा की सुविधा में बड़ा सुधार आएगा.
इस योजना के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) एनएच-44 से यमुना एक्सप्रेसवे तक जोड़ने के लिए 7 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करेगी, जो लूप के माध्यम से दोनों एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करेगी. इससे वृंदावन आने वाले श्रद्धालुओं और फरीदाबाद से आने वाले यात्रियों को यात्रा में काफी लाभ मिलेगा और उनकी यात्रा आसान हो जाएगी.
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय करेगा निर्माण
इस परियोजना की जिम्मेदारी पहले यमुना विकास प्राधिकरण के अधीन थी, लेकिन अब यह केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधीन है. एक हालिया बैठक में परियोजना की कुल लंबाई और निर्माण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई. इस योजना में कुल 102.1 किलोमीटर लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जिसमें 6.9 किलोमीटर का एक छह लेन का हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा निर्मित होगा. यह हिस्सा यमुना के दूसरे किनारे से आकर ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा.
प्राधिकरण की भूमिका
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 14 किलोमीटर होगी, जिसमें यमुना के एक किनारे पर 7 किलोमीटर और दूसरे किनारे पर भी 7 किलोमीटर का हिस्सा होगा. निर्माण के लिए आवंटित राशि भी तय कर ली गई है, और योजना के सभी फैसले और प्राधिकरण की भूमिका स्पष्ट कर दी गई है. अब बहुत जल्द इस परियोजना पर कार्य शुरू होने की उम्मीद है.
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FIRST PUBLISHED : November 2, 2024, 07:05 IST