UP assembly by-election: यूपी विधानसभा उपचुनाव बसपा की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। उसे उपचुनाव में मत प्रतिशत बढ़ाकर जनाधार साबित करना होगा? उसे बताना होगा कि दलित मतदाताओं में मन में आज भी बसपा है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाला उपचुनाव बसपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। प्रतिष्ठा इस बात की कि उसे उपचुनाव में मत प्रतिशत बढ़ाकर जनाधार साबित करना होगा? उसे बताना होगा कि दलित मतदाताओं में मन में आज भी बसपा है। क्यूंकि, उत्तर प्रदेश में बसपा के हाथी की सेहत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। उसका वोट बैंक खिसक रहा है।
बसपा अमूमन उपचुनाव से दूरी बनाकर रहती रही है, लेकिन वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद सपा से नाता टूटने पर उसने विधानसभा की 11 सीटों के लिए हुए उपचुनाव में अपने दम पर लड़ने का फैसला किया, लेकिन एक सीट भी नहीं जीत पाई। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट पर जीती थी। यहां से जीतने वाले रितेश पांडेय को बसपा ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उतारा और वह जीत गए। इससे खाली हुई सीट पर हुए उपचुनाव में बसपा ने छाया वर्मा को उम्मीदवार बनाया, लेकिन वह सपा से हार गई। इसके बाद वर्ष 2022 में बसपा ददरौल विधानसभा उपचुनाव भी लड़ी, लेकिन वह तीसरे नंबर पर ही सिमट गई। इसीलिए यह कहा जा सकता है कि बसपा के लिए उपचुनाव कभी फलदायी नहीं रहा है।
बसपा अपने दम पर लड़ रही
बसपा ने बिना गठबंधन के अपने दम पर विधानसभा उपचुनाव लड़ने का एलान किया है। बसपा ने अधिकतर सीटों पर विधानसभा प्रभारी घोषित कर दिए हैं। फूलपुर से पहले शिववरन पासी को टिकट दिया गया था, लेकिन कानूनी पेंच फंसता देख उनकी पत्नी गुड़िया देवी पर दांव लगाने का फैसला किया है। इसी तरह मझंवा से दीपू तिवारी, कटेहरी से अमित वर्मा, मीरापुर से शाहनजर और गाजियाबाद से पीएन गर्ग विधानसभा प्रभारी घोषित हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बसपा कोआर्डिनेटरों से अपने-अपने क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर कैंप करने का निर्देश दे रखा है।
आकाश की डिमांड
विधानसभा उपचुनाव में मायावती के भतीजे आकाश आनंद को प्रचार की कमान सौंपने की जिम्मेदारी देने की मांग जोर-शोर से चल रही है। उम्मीदवार चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा उपचुनाव में भी आकाश को लगाया जाए, जिससे वह समाज के युवाओं में जोश भरने का काम कर सकें। अब देखना होगा कि मायावती उन्हें चुनाव प्रचार में लगाती हैं या नहीं।